सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राजेश कुमार ने हत्या कांड का खुलासा करते बताया कि 22 मार्च को कासिम बाजार थाना क्षेत्र के मनिया चौराहा निवासी विक्की शर्मा का कुंआ से बोरो में बंद शव बरामद किया गया था. इस मामले में मृतक के पिता अशोक शर्मा के आवेदन पर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी. उसने आरोप लगाया कि 16 मार्च को उसका पुत्र विक्की शर्मा गायब हो गया. मेरे पोता राजा कुमार ने अन्य भाई के साथ मिलकर विक्की की हत्या कर साक्ष्य छुपाने के लिए मनिया चौराहा के पास कुआं में फेंक दिया. पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया और घटना में संलिप्त राजा कुमार को गिरफ्तार किया. जिसके निशानदेही पर उसके छोटे भाई राजीव शर्मा उर्फ छोटू को मनिया चौराहा से ही गिरफ्तार कर लिया. दोनों ने हत्याकांड में अपनी संलिप्ता स्वीकार किया. दोनों भाईयों को शनिवार को जेल भेज दिया गया. पुलिस ने खुलासा किया को गिरफ्तार राजा उसके पिता दीपक शर्मा की मौत हो चुकी है. जिसके बाद उसके चाचा ने उसकी मां से वर्ष 2017 में कोर्ट मैरेज कर लिया था. जिसका वह हमेशा विरोध करता था. उसने कई बार अपने चाचा सह सौतेले पिता विक्की शर्मा को जान कारने की धमकी देने लगा. उसने बताया कि वह बाहर काम करता था. मां की मौत हो हुई तो वह मुंगेर आया. जिसका दशकर्म 23 मार्च को होने वाला था. इसी बीच मनिया चौराहा घर पर ही 16 मार्च को विक्की और राजा में विवाद हुआ. राजा ने ईंट उठा कर उसके सिर पर प्रहार कर दिया. जिसके कारण विक्की बेहोश होकर नीचे गिर गया. जिसके बाद राजा ने दूसरे कमरे में सो रहे अपने छोटे भाई राजीव शर्मा उर्फ छोटू को उठाया और दोनों ने मिलकर उसका गला तब तक दबाते रहा जब तक विक्की ने दम नहीं तोड़ दिया. दोनों भाईयों ने पुलिस को बताया कि हत्या करने के बाद शव का हाथ-पेड़ बांध कर बोरे में बंद कर दिया. जिसके बाद बोरा उठा कर घर से कुछ दूर स्थित कुआं में फेंक दिया.