NEWSPR DESK- इसे लेकर भोजपुर में भी व्रतियों के बीच अलग उत्साह देखने को मिल रहा है। आज 29 अक्टूबर दिन शनिवार को छठा पूजा का दूसरा दिन है, इसे खरना या लोहंडा कहते हैं. नहाय-खाय के बाद खरना आता है.
पंचांग के अनुसार, हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को खरना पूजा होती है. छठ पूजा के पहले दिन नहाय-खाय से तन और घर की साफ-सफाई होती हे, उसके बाद खरना से मन की सफाई यानि पवित्रता होती है.
छठ पूजा साफ-सफाई के साथ ब्रह्मचर्य के कठिन नियमों से जुड़ा हुआ है. खरना की रात प्रसाद ग्रहण करने के बाद छठी मैया का 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू होता है.