NEWSPR डेस्क। खबर पूर्णिया से है। जहां देखते देखते एक मस्जिद नदी में समा गया। सीमावर्ती देश नेपाल में भारी बारिश के कारण पूर्णिया, किशनगंज व अररिया जिले के महानंदा व कनकई नदी उफान पर है। इस जिलों के गांव में बाढ का पानी घुस गया है। नदी कटाव करना शुरू कर दिया है। इससे सैंकड़ों ग्रामीण अपने घर को खुद उजार कर विस्थापित होने लगे हैं।
खासकर पूर्णिया के अमौर, बैसा, बायसी और किशनगंज जिले के ठाकुरगंज व बहादुरगंज प्रखंड में बाढ के पानी और नदी के तेज बहाव ने तो तबाही मचा दिया है। किशनगंज जिले के ठाकुरगंज प्रखंड के खारूदाह पंचायत अंतर्गत गगरिया गांव में तो और भी तबाही का मंजर है। गांव के एक मस्जिद देखते ही देखते कनकई नदी में धाराशायी हो गया। इतना ही नहीं बल्कि इस 400 घरों के गांव में करीब 120 घर अब तक कनकई नदी में समाहित हो चुका है। लोग गांव छोडकर भाग रहे हैं। यहां तक कि सभी सड़को को भी नदी निगल चुका है। किशनगंज और पूर्णिया जिले में लोग बाढ से त्राहिमाम हो रहें हैं।
गगरिया गांव के लोगों ने बताया कि उनके गांव में 120 घर नदी में समा गए। बचाव व कटाव निरोधी कार्य के मामले में प्रशासन और सरकार खामोश हैं। सैंकड़ों एकड़ जमीन में लगे फसल भी बर्बाद हो चुकी है। ग्रामीणों को रहने और दो वक्त की रोटी के लिए दर दर भटकना पड़ रहा है। प्रशासन के लोग अभी तक झांकने तक नहीं आए। ग्रामीणों ने बताया कि इस गांव में हर साल बाढ तबाही मचाती है। सरकार और प्रशासन द्वारा हर बार आश्वासन व भरोसा दिया जाता है। लेकिन आज तक बाढ के तबाही से बचने के लिए किसी भी प्रकार के कवायद नहीं की गई।