पूर्वी चम्पारण में एक मुखिया की दबंगई सामने आया है। मुखिया निर्वाचित होने के पहले ये जमीन की खरीद बिक्री का काम किया करते थे। इस दौरान एक परिवार को जमीन दिलाने के लिए दस लाख रुपये लिया। जमीन नहीं दिलाने पर मुखिया के चुनाव के दौरान रुपये नहीं देकर दस लाख रुपये का चेक दे दिया। बैंक से रुपये निकालने पर चेक बाउन्स कर गया। अब पीडित परिवार रुपये की मांग करता रहा लेकिन रुपये नहीं मिलने पर न्यायालय का का सहारा लिया है।
मोतिहारी सिविल कोर्ट में मुकदमा दायर करने से मुखिया जी बैखला गये है और पीडित परिवार के सदस्यों को बंधक बनाकर जमकर पिटाई किया है। पिटाई करने के दौरान मुखिया जी ने पीडित परिवार के सदस्यों से सादे कागज पर हस्ताक्षर ले लिया। अब पीडित परिवार सुरक्ष के लिए तुरकौलिया थाना पुलिस से गुहार लगा रहा है,लेकिन मुखिया की दबंगई के आगे पुलिस भी नतमस्तक साबित हो रही है।
अब पीडित परिवार पुलिस मुख्यालय और वरीय पुलिस अधिकारियों को आवेदन भेजकर न्याय की गुहार लगाया है। मामला तुरकौलिया थाना के शंकर सरैया उत्तरी पंचायत के बीचला टोला का है। जहां के मुखिया अशरफ अली ने गांव के ही जोखू मिया की पत्नी रुहअफजा को जमीन दिखा कर दस लाख रुपये ले लिया। जमीन की रजिस्ट्री कराने के समय मामला खुला कि दूसरी जमीन की रजिस्ट्री करायी जा रही है। नतीजतन रजिस्ट्री नहीं हो सकी। जिसकारण अशरफ अली ने रुपये वापस करने की बात स्वीकार करते हुए पंचायत चुनाव के समय दस लाख रपये के चेक दे दिया। लेकिन बैंक खाता में रुपये नहीं होने के कारण चेक बाउन्स हो गये। रुपये के लिए दबाव देने पर मारपीट की घमकी दिया जाता। अब अशरफ अली मुखिया निर्वाचित हो गये थे। विवश परिवार ने चेक के बाउन्स होने के बाद रुपये के लिए न्यायालय का सहारा लिया। जिससे बैखलाये मुखिया जी ने पीडित परिवार को बंधक बनाकर जमकर पिटाई किया है। पिटाई के दौरान पंचायत के सरपंच ने भी देखा और तुरकौलिया थाना को सूचित किया था लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं किया है। पीडित रुहअफजाह खातून बताती है कि जमीन दुसरा दिखाये और दुसरे जमीन की रजिस्ट्री कराना चाह रहे थे। चुनाव जितने के बाद मुखिया बने अशरफ अली ने पंचायती में चेक दिया और फिर चेक बाउन्स होे पर मारपीटकर दबरन सादा कागज पर हस्ताक्षर करा लिया है। केस उठाने के लिए धमकी दे रहे है। मुखिया जी पहले जमीन का कारोबार किया करते थे,आज मुखिया बनने के बाद दबंगई कर रहे है। मेरे तरह गांव के छह परिवार के लोगो पीडित है। सभी ने मुकदमा किया है।
वहीं पीडित जोखू अंसारी ने कहा कि अशरफ अली जिस जमीन को दिखाया उसे दूसरे से बेच दिया। गांव के लोग जब रुपये मांगते तो मुखिया में जीताने की बात कहते थे तब रुपये दे देगों। मुखिया का चुनाव जीतने के बाद दबंगई कर रहे है। गांव के लोगों ने केस किया है। जिसकारण मारपीट किया। मारपीट के शिकायत तुकौलिया थाना नहीं ले रही है। वहीं सरपंच अकिउल्लाह ने कहा कि मुखिया जमीन के कारोबार में ग्रामीणों से रुपये लिया था। जिसके बाद उनलोगों के साथ मारपीट किया। इसकी सूचना पुलिस प्रशासन को दिया लेकिन घटना के एक सप्ताह के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं किया गया है। जबकि मोतिहारी सिविल कोर्ट के अधिवक्ता अशोक कुमार ठाकुर का कहना है कि मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी के पास चेक बाउन्स करने के कारण मुकदमा किया गया है। मुकदमा दायर करने के बाद मुदालह के साथ मारपीट किया गया। लेकिन पुलिस को सूचना देने के बाद भी कोई कार्रवाई नही हुई है। जिससे लगता है कि मुखिया जी के सामने पुलिस भी कानून का पालन करने में नाकाम है। क्योकि मुखिया जी दबंग है।