NEWSPR डेस्क। भागलपुर के शाहकुंड प्रखंड के ग्राम पंचायत गोवरॉय के पूर्व मुखिया दीपक कुमार सिंह एवं उनकी पत्नी मंजू देवी पर करोड़ों रूपये घोटाला करने का आरोप प्रकाश में आया है। ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम पंचायत में कोई काम नहीं हुआ है। दूसरे तीसरे काम को दिखाकर पैसा पास करावाकर पूर्व मुखिया ने करोड़ों रुपया का गबन किया। अभी तक पंचायत में नल जल योजना का कोई भी कार्य पूरा नहीं किया गया है और बिल पास कर रूपया गबन कर दिया गया।
रोजगार घोटाले को लेकर तीन साल से आयुक्त कार्यालय में केस चल रहा था। जिसको लेकर लोकआयुक्त न्यायालय भागलपुर के आदेशानुसार जिला के जाँच अधिकारी DRDA डारेक्टर प्रमोद पाण्डेय, और DPO मनरेगा, एवम जिला प्रशासन भागलपुर के द्वारा जॉच किया गया। बता दें कि शाहकुंड प्रखंड के अंतर्गत गोबराय पंचायत में विभिन्न मनरेगा योजनाओं की जाँच किया गया। साथ में PO शाहकुंड, PRS शाहकुंड, एकाउंट्स शाहकुंड, JE शाहकुंड भी शामिल थे।
जो कि पूर्व पंचायत प्रतिनिधि पुरुषोत्तम कुमार सिंह की उपस्थिति में एवम पंचायत के सभी प्रतिनिधि – वर्तमान मुखिया बांधना कुमारी पंचायत गोबरॉय, सरपंच मंजू देवी पति प्रमोद राम, पूर्व सरपंच चंद्रभानु पासवान, वार्ड सदस्य पद कुजबिहारी कुमार एवम समस्त पंचायत के जनतागण की उपस्थित में किया गया। जाँच के घोटाला में मनरेगा योजना का नाम बदलकर करोडों राशि का ग़बन पाया गया। जो पूर्व मुखिया मंजू देवी एवं पूर्व मुखिया दीपक कु सिंह के द्वारा किया गया है। जल नल के योजना में भी करोड़ो का घोटाला पाया गया है। जाँच अधिकारी ने आदेश दिया कि जल्द ही दोषियों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्ट-श्यामानंद सिंह भागलपुर