प्रसव केंद्र में दलाली प्रथा को रोकने के बाद भी नहीं थम रहा दलालों का कार्य।

Patna Desk

सदर अस्पताल के प्रसव केंद्र में दलाली प्रथा को रोकने के लिये भले ही अस्पताल प्रबंधन के साथ खुद सिविल सर्जन द्वारा प्रसव केंद्र में गर्भवति को भर्ती कराने के बाद आशा के प्रवेश पर भी रोक लगा दिया गया है. लेकिन इसके बावजूद अब भी सदर अस्पताल में दलालों का जमावाड़ा लगा रहता है. वहीं अब तो प्रसव केंद्र में यह हाल है कि गर्भवति के आने के पहले ही दलाली और कमीशन को लेकर दलाल  और आशा पहले से ही तैयारी में लग जाते हैं. जिसके कारण दलाल और आशा में कई बार झड़प की स्थिति भी बन जाती है. सदर अस्पताल के प्रसव केंद्र में कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला. जहां मरीज के आने के पहले ही एक तथाकथित दलाल और आशा आपस में भिड़ गये. जिसके कारण प्रसव केंद्र में लगभग आधे घंटे तक हंगामें की स्थिति बनी रही. वहीं हंगामें की सूचना पर अस्पताल प्रबंधक के निर्देश पर सुरक्षा कर्मी प्रसव वार्ड पहुंचे. जहां मामला शांत करा कर सभी को प्रसव केंद्र से बाहर निकाला गया. दरअसल चंडिका स्थान निवासी आकाश कुमार की गर्भवति पत्नी कोमल देवी, जो सदर अस्पताल में अभी प्रसव के लिये भर्ती भी नहीं हुयी थी. उसे लेकर तथाकथित दलाल और चंडिका स्थान क्षेत्र की आशा निशा कुमारी आपस में भिड़ गयी. दोनो के बीच लगभग आधे घंटे तक तू-तू, मैं-मैं चलती रही. झगड़े के कारण प्रसव केंद्र में कई आशा जुट गयी. जिससे वहां काफी देर तक भीड़ की स्थिति बनी रही. इस दौरान प्रसव केंद्र में हंगामें की स्थिति बनी रही. इसी बीच इसकी सूचना अस्पताल प्रबंधक मनीष कुमार प्रणय को दी गयी. जिसके बाद अस्पताल प्रबंधक के पहल पर वहां सुरक्षाकर्मी पहुंचे. जहां हंगामा शांत कराकर सभी आशाओं को प्रसव केंद्र से बाहर निकाला गया. वहीं इस मामले में अस्पताल उपाधीक्षक डॉ रमण ने बताया की मीडिया के माध्यम से इस झगड़े को फुटेज दिखाया गया है जिसकी वे जांच करवा लेते है ।

 

Share This Article