NEWSPR DESK -गया, मे बुधवार देर संध्या माननीय मंत्री सहकारिता विभाग सह वन एव जलवायु परिवर्तन विभाग बिहार सरकार डॉ० प्रेम कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में विभिन्न विभागों द्वारा जनसरोकार के उद्देश्य से किए जा रहे कार्यो की समीक्षा की गई। बैठक में जिला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम द्वारा माननीय मंत्री जी का स्वागत करते हुए बैठक में आये सभी पदाधिकारियों का स्वागत करते हुए विभागवार कार्यो की जानकारी दी गई।
बैठक में जिला पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि साल दर साल मौसम में अचानक बदलाव देखे जा रहे हैं। पहले की तुलना में हीट वेब का प्रकोप ज्यादा हो रहा है, जिससे आम जनमानस के साथ साथ पशु पक्षियों को भी दिक्कत देखी जा रही है। तेजी से हो रहे जलवायु परिवर्तन को देखते हुए अभियान के रूप में जिलेवासियों को पेड़ लगाने होंगे। *डीएम ने बताया कि इस वर्ष मानसून सीजन में वन विभाग एव मनरेगा विभाग द्वारा कुल मिलाकर लगभग 25 लाख से अधिक पेड़ लगाने की योजना तैयार की गई है,* इसमें ज़िले के सभी विभागों यथा पुलिस विभाग/ विभिन्न लाइन डिपार्टमेंट/ प्रशासनिक विभाग/ स्वमं सेवी संस्थाओं आदि की पूरी सहभागिता अपेक्षित रहेगी।
वन प्रमंडल पदाधिकारी ने बताया कि इस वर्ष मानसून में दो प्रकार की योजना ली गई है, पहली योजना जंगल के अंदर पौधारोपण तथा दूसरी योजना जंगल के बाहर पौधारोपण है। जंगल के अंदर इस वर्ष 8 लाख पौधे लगाने की योजना तैयार की गई है।
गया शहरी क्षेत्र में 10 हजार पौधे लगाए जाएंगे। जिससे शहरी क्षेत्र में भविष्य में अत्याधिक गर्मी या हीट वेव की समस्या में काबू पाया जा सकेगा। वन विभाग द्वारा 8 बड़े सड़कों को चिन्हित किया है जिसके किनारे किनारे तथा यात्रियों के छांव तथा पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए 16800 पौधे इस वर्ष लगाए जाएंगे। जीविका दीदी को 464000 पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे, जो अपने जीविका दीदियों के माध्यम से पौधे लगवाए जाएंगे। इसके लिए जीविका के पदाधिकारी के साथ बैठक कर पौधा लगाने की कार्य योजना तैयार कर ली गई है।
इसके अलावा विभिन्न प्रकार के 42 विभागों को वन विभाग की ओर से पत्र भेजा गया है जिसमें यह अनुरोध किया गया है कि यदि कार्यालय परिसर में खाली जगह है तो उसकी सूचना दें ताकि उसी अनुसार से उन्हें पौधे उपलब्ध कराया जा सके। इसके अलावा सीआरपीएफ, एसएसबी तथा सभी थाना अध्यक्ष को भी पत्र दिया गया है, ताकि बड़े पैमाने पर इस वर्ष पौधारोपण हो सके।
इस वर्ष पहली बार पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चार पहाड़ यथा प्रेतशिला, रामशिला, डुंगेश्वरी एवं ब्रह्मयोनि पर बरसात के मौसम में पहाड़ों पर सीड बॉल का छिड़काव किया जाएगा जिससे पहाड़ों पर भी हरियाली आने की संभावना रहेगी। इस वर्ष 1 लाख सीड बॉल डालने की योजना तैयार की गई है।
माननीय मंत्री ने जिला पदाधिकारी को सुझाव दिया कि गया जिला बड़े-बड़े पहाड़ों से घिरा हुआ है। गया जिला में लगातार पानी की समस्या भी देखी जा रही है। बरसात के मौसम में पहाड़ों का पानी प्राय बर्बाद हो जा रहा है। पहाड़ों पर पानी रोकने के लिए एक कार्य योजना तैयार करें इसके लिए विशेषज्ञ या कंसल्टेंसी के माध्यम से उनकी मदद लें एवं पहाड़ों का सर्वे कराकर पहाड़ों का पानी कैसे रोका जाए इस पर योजना तैयार करें। इससे पहाड़ों पर हरियाली के साथ-साथ पर्यावरण संतुलन पर भी काफी लाभदायक साबित होगा।
मनरेगा के माध्यम से भी इस वर्ष बड़े पैमाने पर पौधा लगाने की योजना है इसमें मुख्य रूप से फल्गु नदी के किनारे बड़े पैमाने पर पौधारोपण कराए जाएंगे।
नेशनल हाईवे के अधिकारी ने बताया कि एनएच 83 एनएच 82 सहित अन्य जितने भी नेशनल हाईवे हैं उनके किनारे बड़े पैमाने पर पौधे लगाए जाएंगे। इसके अलावा सभी स्टेट हाईवे के किनारे भी पौधा लगाने के कार्य योजना संबंधित विभाग द्वारा की गई है। माननीय मंत्री ने बताया कि आम के पौधे, नीम, पीपल, बरगद, पाकड़ जैसे लंबी आयु तक ठहरने वाले पौधों को ही सड़कों के किनारे लगावे ताकि राहगीरों को पूरी छाया मिले तथा पर्यावरण भी साफ बना रहे।
उन्होंने औरंगाबाद चोरदाहा सड़क, वाराणसी कोलकाता औद्योगिक कॉरिडोर परियोजना, आमस दरभंगा परियोजना, nh2 शेरघाटी से डोभी बाराचट्टी होते हुए झारखंड बॉर्डर तक जाने वाले सड़क के किनारे पूरी संख्या में पौधा लगाने का निर्देश सभी संबंधित विभागों के पदाधिकारियों को दिया गया है।
डीएम ने जिला सहकारिता पदाधिकारी एव ज़िला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया कि ज़िले के बड़े किसानों को राज्य सरकार के महत्वकांक्षी योजना कृषि वाणिज्यिक योजना से जोड़ते हुए पेड़ लगवाएं।
डीएम ने ज़िले के सभी नागरिकों से अपील किया है कि इस मानसून सीजन में आप सभी महा अभियान के रूप में पेड़ लगाए एव अपने ज़िले का पर्यावरण समतुल्य बनाये। जिससे आने वाले वर्षों में काफी लाभकारी सिद्ध होगा।सभी लोग पूरी संकल्पित होकर पेड़ लगाए एव उसे संरक्षित रखे।
समीक्षा बैठक में माननीय मंत्री जी ने नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि निगम क्षेत्र में पड़ने वाले सभी पार्को का निगम के अधिकारियों से सर्वे करवाकर विस्तृत सूची बनाते हुए वन विभाग को स्थानांतरित करने का कार्य करें, ताकि और अच्छे ढंग से पार्को का रख रखाव एव सौंदर्यकरण किया जा सके।
माननीय मंत्री ने नगर आयुक्त को बताया कि निगम के राजस्व में आय को बढ़ाने के उद्देश्य से निगम के बड़े प्लाट जो वर्तमान समय मे खाली बड़े हैं, वहां पार्किंग की व्यवस्था या बड़े मॉल निर्माण करवाने पर विचार करे, ताकि ट्रैफिक जाम से निजात भी मिलेगी एव निगम को राजस्व भी प्राप्त होगा।
माननीय मंत्री ने बुडको के कार्यकलापों को देख कर घोर नाराजगी प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि प्रायः कार्यपालक अभियंता बुडको बैठक में अनुपस्थित ही पाए जाते हैं। शहरी क्षेत्र में पाइप लाइन बिछाने का काम भी काफी धीमी है। वर्षा का मौसम भी आने वाला है, कई सड़के काटे हुए हैं, अब तक रिस्टोर या मरमत नही हुई है। नगर आयुक्त ने बताया कि 83 हजार हाउस होल्ड में से 70 हाउस होल्ड में गंगाजल आपूर्ति की जा रही है। माननीय मंत्री ने कहा कि गर्मी में पानी का डिमांड बढ़ रहा है, उसी अनुरूप पानी आमजनों तक उपलब्ध करवाए। जिन टोलो में पानी की समस्या है, वहां तत्काल टैंकर भेजकर पानी की समस्या को समाधान करवाये। काटे गए सड़को को तुरंत ठीक करवाए। बरसात एव पितृपक्ष मेला को ध्यान में रखते हुए नए सिरे से कोई सड़क नही काटे, सड़क काटने से पूर्व डीएम या नगर आयुक्त की सहमति अनिवार्य रूप से लेना होगा।
माननीय मंत्री ने नगर आयुक्त एव अपर पुलिस अधीक्षक एव पुलिस उपाधीक्षक यातायात को निर्देश दिया कि प्रतिदिन का रोस्टर बनाकर मुख्य सड़क यथा केपी रोड, जीबी रोड, टेकारी रोड, रमना रोड, बाईपास सहित अन्य वैसी सड़क जहां आये दिन जाम की समस्या देखी जा रही है, वहां अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाए।
बैठक में अध्यक्ष नगर परिषद बोधगया, ज़िला वन प्रमंडल पदाधिकारी, नगर आयुक्त, अपर समाहर्ता राजस्व, ज़िला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी, ज़िला जन सम्पर्क पदाधिकारी, ज़िला भुर्जन पदाधिकारी, सिविल सर्जन सहित अन्य विभागों के सभी अधिकारी उपस्थित थे।