बच्चों के निवाले पर हो रही कालाबाजारी,  धड़ल्ले से चल रहा खेल,प्रखंड प्रतिनिधि के घर से MDM का चावल बरामद, ठेकेदार निलम्बित

Patna Desk

NEWSPR DESK- पूर्वी चम्पारण में बच्चो के निवाले की काला बाजारी के बाद जिला प्रशासन ने कडी कार्रवाई शुरु किया है। साथ ही पुलिस ने काला बाजारी में सामिल लोगों को चिन्हित कर गिरफ्तार करने में जुटी है। तो सत्ता पक्ष के लोग विपक्ष पर सरकार को बदनाम करने के लिए तरह तरह के हथकंडे अपनाने की बात करते है।

पूर्वी चम्पारण के पताही प्रखंड में बच्चों के निवाले पर कालाबाजारियों की नजर लगी है। मंगलवार की शाम सोसल मिडिया पर वायरल हो रही विडियों को देख पकडीदयाल के एसडीओं के निर्देश पर पताही थाना पुलिस ने जांच किया। जांच में चौकाने वाले सत्य का खुलासा हुआ। चिरैया के भाजपा विधायक लालबाबू प्रसाद के पताही प्रखंड प्रतिनिधि अभय प्रताप सिंह उर्फ गुड्डू सिंह के घर से 39 बोरा एमडीएम के चावल को बरामद किया गया।

विधायक प्रतिनिधि को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है। वहीं इस मामले की जांच का निर्देश डीएम ने पकडीदयाल के अनुमंडल पदाधिकारी को दिया है। जांच के प्रारंभ में ही एमडीएम का चावल पहूंचाने वाले ठीकेदार को निलम्बित कर दिया गया है। साथ ही डीएम ने ठीकेदार को ब्लैकलिस्ट भी किया है। डीएसपी मुख्यालय सह जिला पुलिस प्रवक्ता सतीश सुमन ने बताया कि पताही के परसौनी कपूर गांव में छापामारी कर 39 बोरा एमडीएम के चावल को बरामद किया गया है।

इस मामले में कालाबाजी करने वाले अभय प्रताप सिंह उर्फ गुड्डू सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। इस मामले में एफसीआई के जिला प्रबंधक ने आवेदन पर आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत् प्राथमिकी दर्ज किया गया है। बता दे कि कोरोना काल में बच्चों को सुखा राशन का वितरण किया जाना था,जिसमे बडे पैमाने पर घपला किया गया है। मार्च 2022 में हुए खुलासे के बाद पताही प्रखंड के चार स्कूलों के मध्यान भोजन की जांच करायी गयी थी,जिसमें 228 क्विंटल चावल के घोटाले का मामला उजागर हुआ था।

ऐसी आशंका जतायी जा रही थी कि जिले के सभी स्कूलों में बडे पैमाने पर कोरोना काल में बच्चों को मिलने वाले निवाले को अधिकारियों और कालाबाजारियों की मिलीभगत ने निगल लिया। इस मामले की आज तक जांच नहीं हो सकी। सिर्फ पताही प्रखंड में 228 क्विंटल चावल के घपले पर सिर्फ ठीकेदार पर कार्रवाई के नाम पर प्राथमिकी दर्ज किया गया। जांच में स्कूलों में बच्चों के लिए एमडीएम का चावल पहूंचाने वाला ठीकेदार ही फर्जी निकला था। अब सवाल उठता है कि ठीकेदार की बहाली कौन किया था ?

कोरोना काल में एमडीएम प्रभारी फदाधिकारी के रुप में वर्तमान जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) कार्यरत थे। मामले के खुलासा होने के बाद डीएम ने डीईओं को एमडीएम के प्रभारी पदाधिकारी के पद से हटा दिया था।

पताही में चिरैया के भाजपा विधायक लालबाू प्रसाद के प्रतिनिधि के घर से एमडीएम के चावल की बरामदगी पर भाजपा की विरोधी दल के नेताओं के हाथों एक और मुद्दा मिल गया है। केसरिया की जदयू विधायक शालिनी मिश्रा ने भाजपा को आडे हाथों लेते हुए कहा कि सरकार को बदनाम करने के लिए भाजपा तरह तरह के हथकंडे अपना रही है।

पूर्वी चम्पारण में हमेशा से ही बच्चों के निवाले के साथ खिलवाड होता रहा है। मंगलवार की शाम इसके एक पक्ष का खुलासा हुआ है। अगर कोरोना काल में बच्चों के बीच वितरित हुए चावल की जांच करायी जाय तो एक बडे घोटाले का खुलासा हो सकता है।

Share This Article