बिहार के बेगूसराय विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट के बीच एक बार फिर बेगूसराय जिले के बछवारा विधानसभा में स्थानीय प्रत्याशियों का मुद्दा गरमाने लगा है. खासकर एनडीए में यह मुद्दा अब जोर शोर से तूल पकड़ता जा रहा है. गौरतलब है कि गठबंधन के फेरबदल की वजह से पिछले चुनाव में बछवारा की सीट लोजपा के खाते में थी.
एक तरफ जहां पार्टी कार्यकर्ता बछवारा की सीट पुनः भाजपा की झोली में आने से खुश हैं तो वही बाहरी उम्मीदवार के आने की चर्चा से खासे नाराज दिख रहे हैं और आंदोलन की धमकी दे रहे हैं. हालांकि भाजपा के द्वारा अभी प्रत्याशियों की सूची नहीं जारी की गई है लेकिन कयास यह लगाए जा रहे हैं कि बछवारा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा सुरेंद्र मेहता को अपना उम्मीदवार बनाने जा रही है तो वहीं बेगूसराय विधानसभा क्षेत्र से कुंदन कुमार सिंह को उम्मीदवार बनाने की चर्चा जोरों पर है.
बछवारा विधानसभा क्षेत्र से अपनी उम्मीदवारी पेश कर रहे सुधीर कुमार राय मुन्ना ने बताया कि आज तक बछवारा विधानसभा का इतिहास रहा है की बाहरी प्रत्याशियों को तरजीह नहीं दी गई और पार्टी सदैव भितरघात का शिकार होती रही है. यही वजह है कि आज तक बछवारा विधानसभा की सीट पर एनडीए के प्रत्याशी लगातार हारते रहे हैं.
सुधीर कुमार राय मुन्ना ने कहा प्रदेश नेतृत्व के द्वारा इस बार स्थानीय उम्मीदवार को टिकट देने का आश्वासन दिया गया है लेकिन नेतृत्व अगर फिर से बाहरी उम्मीदवार को बछवारा से लड़ाने की गलती करती है तो एक बार पुनः एनडीए में भितरघात संभावित है और पार्टी की हार होगी। तो वही बरिए कार्यकर्ता राजेश कुमार ने खुले शब्दों में कहा कि बछवारा के कार्यकर्ता चुनाव लड़ने में सक्षम हैं. बछवारा के कार्यकर्ताओं ने अपनी मेहनत से सींच कर पार्टी को खड़ा किया है. लेकिन अगर प्रदेश नेतृत्व के द्वारा स्थानीय कार्यकर्ताओं की अनदेखी की गई तो इसका खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ेगा।