मुंगेर में एफसीआई यानी फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया और रेलवे की लापरवाही से हर बार बरसातों में यार्ड पे उतरने वाले अनाज की बोरियां भींग कर खराब हो जाते हैं। रैक प्वाइंट पर बारिश से बचाव की कोई व्यवस्था नहीं है जिस कारण अनाज बारिश की भेंट चढ़ जाते हैं। यह मामला जमालपुर के दौलतपुर रैक पॉइंट का है। इतना ही नहीं एफसीआई के द्वारा आनन-फानन में बर्बाद हुए गेहूं को गोदाम में भेज दिया जाता है।
एफसीआई के द्वारा पंजाब से 52 हजार बोरे में गेहूं मंगाया गया था। इस गेहूं की ढुलाई रेलवे के द्वारा की गई थी, सारा अनाज जमालपुर रेल स्टेशन के दौलतपुर रैक पॉइंट पर उतार कर ट्रकों के माध्यम से सफियाबाद स्थित एससीआई के गोदामो में पहुंचाया गया, पर यहां रैक पॉइंट पर खुले आसमां ने नीचे ट्रेनों से गेहूं की बोरियां उतार ट्रैकों पे लोड किया गया। बारिश में सैकड़ो बोरियां भींग गई है। साथ बोरों के सही से पैकिंग नही होने के कारण कितना सारा अनाज पानी मे बह इधर से उधर हो गया। ओर वही पानी से भींगा हुआ बोरा ट्रकों में लाद एससीआई के गोदाम पहुंचाया जा रहा है । हालांकि त्रिपाल ओर पन्नी के माध्यम से बोरों को बरसात से बचाने कि कोशिस की गई पर वह नाकाफी था।
इस मामले में रैक पर बोरियों उतरवा रहे एफसीआई कर्मचारी विवेक कुमार ने बताया कि इस रेल रैक पॉइंट पर किसी तरह का कोई भी व्यवस्था नहीं है । जिस कारण बरसात के दिनों में अनाज ट्रेनों से अनलोडिंग के दौरान भींग जाते हैं। जिसे एससीआई बाद में सुखाती है । इतना ही नही अनलोड कर रहे मजदूरों ने बताया कि यहां न टी शेड है न हीं पीने के पानी की व्यवस्था है ।बरसता दो धूप दोनों ने मजदूरों की हालत खराब हो जाती है।