एक और बढ़ते ठंड और सीतलहरी ने लोगों का जीना मुहाल किया हुआ है तो दूसरी और अभी भी प्रशासन नही जगा है, जिला प्रशासन और स्थानीय निकाय प्रशासन के द्वारा चौराहों पे अलाव कि व्यवस्था तो की गई है लेकिन वह ऊंट के मुंह में जीरा का काम कर रहा है । हम बात करें मुंगेर जिला मुख्यालय से लगभग 55 किलोमीटर दूर नव निर्मित तारापुर नगर पंचायत की तो वहां भी ठंड ने अपना कहर बरपा रखा है । भगवान भास्कर के दर्शन तो पिछले चार दिनों से लोगों ने नहीं किया तो सर्द हवाओं ने लोगों का घरों से निकलना तक बंद करवा दिया ।
ऐसे में जो खासा दिक्कतों का जिनको सामना करना पड़ता है वहां के स्थानीय दुकानदार या रोड पर लगाने वाले छोटे-मोटे दुकानदार रिक्शा चालक ठेला चालक ऑटो चालक ऑटो चालक को खासा तौर पे इस ठंड से खासा परेशानी हो रही है । स्थानीय लोगों ने बताया कि नगर पंचायत के द्वारा चौक चौराहे पर अलाव की व्यवस्था की गई है पर वह नाकाफी है । थोड़ी सी लकड़ी गिरा नगर पंचायत खानापूर्ति करने में लगी हुई है जबकि ठंड इतनी है कि और लकडी की व्यवस्था नगर पंचायत को करवानी चाहिए लकड़ी देता भी है तो 1 दिन के बाद एक दिन ऐसे में आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए ठंड में बदन गर्म करवाने का साधन नहीं मिल पाता है उनकी रात्रि कष्टमय ढंग से बतती है ।