NEWSPR DESK- उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश से बिहार-झारखंड समेत पूरे देश में खराब सड़कों के मुद्दे राष्ट्रीय स्तर तक छाए रहे। चुनाव में इनका असर तक पड़ा। अगर इतिहास पर नजर डालें तो सड़कों की महत्ता समझ सकते हैं। बांग्लादेश से वाया कानपुर पाकिस्तान तक जाती थी। उसी जीटी रोड का पुनर्निर्माण भी इस बार चुनावी मुद्दा बना हुआ है। कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे और गंगा एक्सप्रेसवे से भी लोगों को बेहतरी की उम्मीद है।
भारत में ये सड़क हावड़ा, वाराणसी, प्रयागराज, कानपुर, कन्नौज, एटा, अलीगढ़ गाजियाबाद, दिल्ली, पानीपत, करनाल, कुरुक्षेत्र, अंबाला, लुधियाना, जालंधर, अमृतसर से गुजरती है। तीसरी सदी में मौर्य वंश के चंद्रगुप्त मौर्य ने इसकी नींव डाली, तब इसे उत्तरापथ (उत्तर पथ) कहा गया। इसका तीन बार पुनर्निर्माण हुआ।