गया जी की धरती कुश्ती स्पर्धा के लिए पुराने समय से ही उर्वरा रहा है नामी ग्रामी पहलवान रुस्तम-ए हिंद व गामा पहलवान भी यहां के अखाड़ा में जोर आजमाइश कर चुके हैं। इसी कड़ी में गया जिले के चाकंद प्रखंड के एक युवक संदीप पाठक ने बांग्लादेश में विगत 1 नवंबर से 4 नवंबर तक आयोजित साउथ एशियन शैम्बो कुश्ती चैंपियनशिप में संदीप पाठक रजत पदक हासिल कर देश का मान सम्मान बढ़ाया है विदेश की धरती पर 98 किलोग्राम भार वर्ग प्रतियोगिता ऊपर के कैटेगरी में सिलबर, पदक हासिल कर उन्होंने गया सहहित अपने उस्ताद मेहरबार परिबार का नाम उचा किया हैं ।संदीप पाठक मानव भारती नेशनल स्कूल से शिक्षा दीक्षा ग्रहण किया हैं।
संदीप पाठक समय संगत अखाड़ा में अपने गुरु हीरानाथ मेहरवार दाढ़ी वाले के संगत में प्रैक्टिस करते थे पहलवान संदीप पाठक बताते हैं कि पैर से घायल होने की वजह से गोल्ड मेडल लाने में वह चूक गए हैं लेकिन अगली बार स्वर्ण पदक जरूर हासिल करेंगे वहीं गुरु हीरानाथ मेहरवार ने बताया कुश्ती विद्या समाप्ति की ओर है अब केवल सरकारी कागजो में सिमट गई है महंगाई के जमाने में कुश्ती का रियाज़ करना संभव नहीं हो पा रहा है पहलवान संदीप पाठक के इस उपलब्धि पर गयापाल पंडा समाज के पुरोहित हीरालाल मेहरवार दाढ़ी वाले परिवार की ओर से उन्हें फूलों का हर वह मिठाई खिलाकर अभिनंदन किया ।