अमूमन लड़का-लड़की के बीच मोहब्बत की कहानी एक दूसरे की सुंदरता पर मोहित होने बाद ही शुरू होती है। सुंदरता चाहे काया की हो या फिर उसके गुण की। दो दृष्टिबाधित युवक-युवती के बीच चार वर्ष पहले स्कूल में पढ़ाई के दौरान दोस्ती होती है। और फिर वह दोस्ती प्रेम का रूप ले लेता है। यही नहीं दोनों के बीच बीते चार साल से चला आ रहा प्रेम रविवार की शाम विवाह के अटूट बंधन में भी बंंध गया।
पढ़ाई के दौरान दोनों की हुई मुलाकात
दृष्टिबाधित युगल जोड़ी ने कहा कि चार वर्ष पूर्व गया जिले के रहिम बिगहा स्थित चाकंद ब्लाइंड स्कूल में ब्रेल लिपि से पढ़ाई करते थे। उसी दौरान दोनों की मुलाकात हुई। धीरे-धीरे दोस्ती प्यार में बदल गई। दोनों के बीच प्यार में कोई कमी नहीं आई। इसके बाद युवक-युवती ने अपने-अपने घरवालों को राजी कर शादी कर ली।
दृष्टबाधित युवक-युवती की शादी की हो रही चर्चा
जिले के हसपुरा थाना क्षेत्र के सरदवन बिगहा गांव निवासी श्रीराम राम के 21 वर्षीय पुत्र अमरजीत कुमार व जहानाबाद जिले के ऐरकी गांव निवासी बलदेव दास के 18 वर्षीय पुत्री सुषमा कुमारी के माता-पिता व घर परिवार के सदस्यों ने मुखर होकर दोनों जोड़ियों के विवाह का समर्थन किया। गांव समाज के लोगों ने भी दोनों पक्षों के परिजनों को हौंसला बढ़ाया। युवक-युवती ने देवकुंड धाम पहुंचकर बाबा दूधेश्वरनाथ को साक्षी मानकर मंदिर परिसर में हिंदू रस्मों रिवाज के साथ शादी रचा ली। तत्पश्चात अपने-अपने परिजनों व समाजसेवियों से मंगल आशीर्वाद प्राप्त किया। इस मौके पर पुरोहित राम ईश्वर तिवारी, संजय गिरी, समाजिक कार्यकर्ता रामाशंकर यादव, आशुतोष मिश्रा, धीरेन्द्र यादव उर्फ बैजू, जयराम राम, बीरबल दास, रामजी राम, नंदलाल कुमार, आनंदी दास, पिंकी देवी, बासमती देवी, हिरामणी देवी, चंद्रमणि देवी सहित दर्जनों लोग मौजूद रहे।