भागलपुर जिले में हुई बारिश के बाद किसानों के चेहरे खिले है किसानों ने धान रोपना शुरू कर दिया है। खेतों में काफी संख्या में महिलाएं धान की बुआई कर रही है लेकिन किसानों की माने तो आद्रा नक्षत्र में ही धान की बुआई हो जाती है लेकिन बारिश कम होने से धान की रोपणी नहीं हो सकी कुछ इलाकों में किसानों ने बारिश के पानी मे धान रोपा तो कहीं बारिश कम होने के बाद बोरिंग के सहारे खेतों में पानी डाल धान रोप रहे हैं। जिले में अच्छी बारिश हुई तो इस वर्ष भी धान के अच्छे पैदावार होंगे। बता दें कि भागलपुर जिले व आसपास के जिलों में 50 हजार हेक्टेयर से अधिक में धान का उत्पादन होते ही यही वजह है कि अंगप्रदेश को पूर्वान्चल के धान का कटोरा माना जाता है। जिले में ज्यादातर कतरनी धान, सोनम बासमती व बौना धान का उत्पादन होता है। जिले के सुलतानगंज, जगदीशपुर , कहलगांव व पड़ोसी जिला बांका के कई हिस्सों में कतरनी धान का काफी मात्रा में धान का उत्पादन होता है। भागलपुर का कतरनी धान विश्वप्रसिद्ध है कतरनी चूड़ा को जीआई टैग प्राप्त है जिसे भारत के साथ साथ विदेशों के लोग भी पसंद करते हैं।