राष्ट्रीय लोक जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के द्वारा कटिहार में हुई गोलीकांड घटना को लेकर बिहारशरीफ सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता किया। इस दौरान उपेंद्र कुशवाहा कटिहार की घटना को लेकर काफी काफी गंभीर दिखे। गोली चलाना पुलिस के लिए अंतिम विकल्प होता है लेकिन इससे पहले विकल्पों को बिहार पुलिस ने क्यों नहीं इस्तेमाल किया। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि कल कटिहार में जो बिजली की समस्या को लेकर ग्रामीणों के द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा था। उसमें गोली मारने के नियत से ही पुलिस द्वारा गोली चलाई गई। राज्य की सरकार को ऐसा लगता है। कटिहार में बिजली के लिए आंदोलन कर रहे लोगों पर गोली चला कर उनकी आवाज को बिहार सरकार के अधिकारियों ने लाठी गोली से बंद करने का काम किया है। गोली के बल पर लोगो के आक्रोश को अगर बंद कर देगे तो नीतीश सरकार गलतफहमी में जी रही है। कटिहार में हुई घटना को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अभिलंब हस्तक्षेप करना चाहिए। घटना में जो भी दोषी है उसके ऊपर 302 का मुकदमा होना चाहिए। नीतीश सरकार आम जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों का दबाने का काम कर रही है यह कहीं ना कहीं अघोषित रूप से बिहार में इमरजेंसी जैसे हालात हैं।
कोई तानाशाह सरकार ही आंदोलन करने वाले जनता के ऊपर उसके ऊपर गोली चलाने का काम कर सकती है जनतांत्रिक सरकार कभी ऐसा नहीं कर सकती है।