NEWSPR डेस्क। मुंगेर के प्रेम टोला फरदा में संवेदक ने ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए जैसे तैसे बिहार सरकार कि महत्वकांक्षी सात निश्चय पेय जल योजना को पूरा किया। जिसका परिणाम ये हुआ कि कुछ ही दिनों बाद जमीन में बोरिंग धस गया। जिसके कारण आजतक ग्रामीणों को योजना का लाभ नहीं मिल पाया। अब इस तपती गर्मी में ग्रामीणों को पीने के पानी के लिए दूसरे गांव पर आश्रित रहना पड़ता है ।
लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व 14 लाख 94 हजार की लागत से लगभग 100 घरों को पीने का पानी उपलब्ध कराने के लिए इस जल मीनार का निर्माण करवाया गया था। बोरिंग जमीन में धंसने के बाद से आजतक ग्रामीणों को पीने का पानी नहीं मुहैया हो पाया है। इस भीषण गर्मी में इन गांव के ग्रामीणों को दूसरे गांव के जल स्रोतों पर आश्रित रहना पड़ता है। इस योजना के गुवत्ता का आलम ये है कि दो दिन पूर्व चली तेज हवा से पानी का टंकी जमीन पर गिरकर टूट कर बिखर गया है।
जबकि इस संदर्भ में ग्रामीणों ने कई बार जिला प्रशासन के आला अधिकारियों को लिखित रूप में शिकायत की है। बावजूद इसके अबतक कुछ नहीं हो पाया है। वहीं दूसरी ओर संवेदक ने इन योजना को लेकर 100 घरों में से 60 से 70 घरों में नल लगा दिया है लेकिन आज तक एक बूंद पानी लोगों को नसीब नहीं हुआ है। इस मामले में जब पूर्व मुखिया तनिक पंडित से सावल किया गया तो उन्होंने बताया कि बरसात में बाढ़ आने के कारण बोरिंग जमीन में धंस गया है। जिसके लिए हम ने भी जिला प्रशासन से शिकायत की है।
मुंगेर से मो. इम्तियाज की रिपोर्ट