NEWSPR डेस्क। बिहार में पांच बीएड ट्रेनिंग कॉलेज की मान्यतचा रद्द कर दी गई है। बता दें कि NCTE ने सह कदम उठाया है। इनमें दो सरकारी कॉलेज गवर्नमेंट टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज (सहरसा) और गवर्नमेंट टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज (छपरा) शामिल है। इसके अलावा तीन प्राइवेट कॉलेजों में महात्मा बुद्ध टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज (सीतामढ़ी), केडी कॉलेज ऑफ एजुकेशन (बक्सर) और मर्यादा पुरुषोत्तम कॉलेज ऑफ एजुकेशन (बक्सर) शामिल है।
वहीं महात्मा बुद्ध टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज(सीतामढ़ी) के डीएलएड कोर्स की मान्यता रदद् कर दी है। सूत्रों की मानें तो इन कॉलेजों ने परफॉर्मेंस एप्रेजल रिपोर्ट (PAR)नहीं भरी थी। अप्रेजल रिपोर्ट नहीं भरने वाले कॉलेजों को पहले ही NCTE ने संयुक्त बीएड परीक्षा में शामिल नहीं होने की हिदायद दी थी। जिसके बाद ये कदम उठाया गया है। इसके अलावा NCTE राज्य के 300 कॉलेजों के जांच की तैयार कर रहा है।
एनसीटीई के एक सदस्य के मुताबिक परफॉर्मेंस एप्रेजल रिपोर्ट (PAR) भरने में सबसे बड़ी समस्या बीएड कॉलेजों में सहायक प्राध्यापकों की कमी रही थी। निजी कॉलेजों को प्राध्यापकों की नियुक्ति जल्द करनी चाहिए। बता दें कि NCTE पहले शिक्षा विभाग को इस बात की जानकारी दे दिया था कि बिहार के बीएड कॉलेजों में बड़े लेवल पर शिक्षकों की कमी है। यहां से शैक्षणिक संसाधनों में भी कमी की शिकायत मिल रही है। एक ही शिक्षक अलग-अलग कॉलेजों में पढ़ा रहे हैं।