NEWSPR डेस्क। महान योद्धा स्वतंत्रता सेनानी और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर जदयू ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव ने उन्हें याद करते हुए भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी है। इसके साथ ही कहा कि बिहार कर्पूरी ठाकुर ने दो बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में सेवा दी है। बिहार के लिए उनका योगदान काफी अहम रहा है। इसके साथ ही वह एक महान स्वतंत्रता सेनानी भी हैं जिन्होंने देश के लिए काफी योगदान दिया है।
बता दें कि इनका जन्म 24 जनवरी 1924 को बिहार के समस्तीपुर के पितौंझिया में हुआ था। उन्हें भारतीय स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक, राजनीतिज्ञ और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री थे। वह काफी लोकप्रिय थे। जिसके कारण उन्हें लोक जननायक कहा जाता है। कर्पूरी ठाकुर का जीवन ताउम्र संघर्ष रहा। सन् 1978 में बिहार के मुख्यमंत्री रहते हुए जब उन्होंने हाशिये पर धकेल दिये वर्ग के लिए सरकारी नौकरियों में 26 प्रतिशत आरक्षण लागू किया तो उन्हें क्या-क्या न कहा गया।
लोग उनकी मां-बहन-बेटी-बहू का नाम लेकर भद्दी गालियां देते। अभिजात्य वर्ग के लोग उन पर तंज कसते हुए कहते – कर कर्पूरी कर पूरा, छोड़ गद्दी, धर उस्तरा। यह तंज इसलिए कि कर्पूरी ठाकुर नाई समुदाय से ताल्लुक रखते थे। सादगी के पर्याय कर्पूरी ठाकुर लोकराज की स्थापना के हिमायती थे. उन्होंने अपना सारा जीवन इसमें लगा दिया. 17 फरवरी 1988 को अचानक तबीयत बिगड़ने से उनका देहांत हो गया।