बिहार के ये डॉक्टर बने अन्य डॉक्टरों के लिए प्रेरणा श्रोत

Sanjeev Shrivastava

SUPAUL: कोरोना काल के बीच डॉक्टर्स अपनी जान जोखिम में रखकर लोगों की जिंदगी बचा रहे हैं. इसका साफ़ उदहारण आप इस तस्वीर में देख सकते हैं. दरअसल ये नजारा है सुपौल जिले के निर्मली नगर पंचायत के वार्ड-12 स्थित पब्लिक रेस्ट हॉउस में बने कोविड केयर सेंटर की. जिसकी स्थिति काफी दयनीय है. यहां पिछले दिनों से लगातार हुई बारिश के कारण परिसर में घुटने भर जलजमाव की स्थिति हो चुकी है.

जलजमाव के कारण यहां मरीजों और उनके परिजनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है साथ ही डॉक्टर और नर्स को भी मुख्य सड़क से अंदर कमरे में जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वही इस कविड सेंटर में एक ऐसे भी डॉक्टर है. जो यहां के मरीजों के लिए भगवन है.

दरअसल, कोविड केयर सेंटर में ड्यूटी पर कार्यरत चिकित्सक डॉ अमरेंद्र कुमार ठेले पर बैठकर कोविड केयर सेंटर के परिसर होकर घुटने भर पानी मे जा रहे थे. जब चिकित्सक डॉ अमरेंद्र कुमार से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि विगत दो-तीन दिनों से परिसर में घुटने भर से अधिक पानी है. ऐसी स्थिति में किस प्रकार अंदर जाएं. उन्होंने बताया कि नर्स को भी अंदर जाने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में हम लोग ठेले पर ही परिसर में जमा पानी को पार कर अंदर जाते हैं. उन्होंने बताया कि कोविड केयर सेंटर में फिलहाल दो मरीज हैं.कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के बीच कोविड केयर सेंटर की ऐसी दुर्दशा कहीं से भी अनुकूल नही दिखाई दिया और आलाधिकारियों को इस मसले पर गंभीरता के साथ निर्णय लेने की जरूरत है.

Reported by Ajay Singh

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