बिहार चुनाव में बेरोजगारी के मुद्दे पर नीतीश सरकार की होगी फजीहत !

Sanjeev Shrivastava

PATNA : बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले जहां एक तरफ कोरोना से लोग परेशान हैं। तो वहीं दूसरी तरफ सबसे बड़े युवाओं का देश बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकारों से सवाल पूछ रहा है। सवाल उन राजनेताओं से पूछ रहा है जिन्होंने वादा तो किया पर अपने वादा से ही मुकरते पर नजर आ रहे हैं।

दरअसल देश में जब कोरोना महामारी से बचने के लिए लॉकडाउन लगा तो उद्योग धंधे बंद हो गए। जिसके बाद लोगों की जो संख्या थी वह सबसे ज्यादा बेरोजगार हो गई। बेरोजगारी का अब यह मुद्दा बिहार में भी विधानसभा चुनाव से पहले मुद्दा बनने लगा है। बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर जहां एक तरफ सरकार अपने सुशासन और विकास के मुद्दे पर चुनाव क्षेत्र में उतरने की तैयारी कर रही है। तो वहीं दूसरी तरफ विपक्ष सरकार को घेरने के लिए कुशासन सरकार, युवा बेरोजगार और लाचार बिहार जैसे मुद्दों पर सरकार को पटखनी देने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है। इसी बीच मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला है, साथ ही साथ उन्होंने बिहार में सत्तासीन डबल इंजन की एनडीए (NDA) सरकार पर भी जोरदार प्रहार बोला है।

तेजस्वी यादव ने ट्वीट करते हुए सरकार के वादों को याद कराते हुए ट्वीट किया है। जिसमें नेता प्रतिपक्ष ने एक पोस्टर भी शामिल किया है। जिसमें उन्होंने बिहार के बेरोजगारी के स्थितियों को भी दर्शाते हुए लिखा है। बिहार में बेरोजगारी दर सबसे ज्यादा है, सरकार से नाराज शिक्षक, नौकरी के लिए आवेदन करने वाले या नौकरी की इंतजार में बैठे कई तरह के अभ्यार्थी, और नीतीश सरकार से नाराज स्वास्थ्य कर्मियों ने भी हल्ला बोलते हुए। ट्वीट पर रिट्वीट किया और कमेंट में नीतीश सरकार को खूब खरी-खोटी भी सुना रहे हैं। इसमें नीतीश सरकार से नाराज कई अभ्यर्थियों ने भी नीतीश सरकार को की स्थिति को दिखाने के लिए #नीतीश हटाओ, कुर्सी बचाओ अभियान के तहत  ट्वीटर ट्रेंड कारने की बात की है।  इसके लिए सरकार से नाराज अभ्यार्थियों ने 2 सितंबर को नीतीश सरकार के खिलाफ ट्विटर ट्रेंड चलाएंगे।

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