NEWSPR डेस्क। बिहार-झारखंड के 6 इनामी कुख्यात नक्सलियों ने सोमवार को सीआरपीएफ और जिला पुलिस बल के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। सुरक्षाबलों के समक्ष समर्पण करने वाले कुख्यात नक्सलियों में 5 लाख का इनामी और माओवादी संगठन का एरिया कमांडर अर्जुन कोड़ा भी इसमें शामिल है। अर्जुन कोड़ा के साथ ही नक्सभलियों का जोनल कमांडर बालेश्वइर कोड़ा ने भी सरेंडर किया है।
इनके अलावा नागेश्वर कोड़ा और 2 अन्यश माओवादियों ने अपने हथियार डाले हैं। पांच नक्समलियों का एक साथ समर्पण करना नक्संल विरोधी अभियानों के लिहाज से बड़ी सफलता मानी जा रही है। नक्सली बालेश्वर कोड़ा, अर्जुन कोड़ा और नागेश्वर कोड़ा की तलाश पुलिस को बीते एक दशक से भी ज्यादा समय से थी। सुरक्षाबलों के लगातार दबिश के कारण जोनल कमांडर बालेश्वर कोड़ा के साथ हार्डकोर नक्सली अर्जुन कोड़ा और नागेश्वर कोड़ा ने हथियार के साथ सुरक्षाबलों के समक्ष सरेंडर कर दिया है।
आत्मसमर्पण करने वाले तीनों नक्सली जमुई, लखीसराय और मुंगेर जिला के जंगली इलाके में सक्रिय थे। इनके अलावा 2 अन्य नक्सलियों के भी सरेंडर करने की बात कही जा रही है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, बरहट थाना इलाके के चौरमारा जंगल के पुलिस कैंप में नक्सलियों ने सरेंडर किया है। वहीं, जोनल कमांडर बालेश्व र कोड़ा उर्फ मुखिया जी खासकर लखीसरा, जमुई और मुंगेर में सक्रिय था।
इसका मुख्यर काम लेवी वसूलना था। तीनों जिलों में अवैध उगाही बालेश्व र कोडा ही करता था। समर्पण करने वाले इन सभी नक्सलियों पर कजरा, चानन, पीरीबाजार आदि थानों में हत्या , अपहरण, रंगदारी वसूलने जैसे गंभीर अपराध दर्ज हैं। बिहार के कजरा में साल 2010 में नक्स,लियों और पुलिस के बीच भीषण मुठभेड़ हुई थी। इसमें हेलीकॉप्टसर की भी मदद ली गई थी। इस मुठभेड़ में सरेंडर करने वाले सभी नक्संलियों का हाथ होने की बात कही जा रही है।