NEWSPR डेस्क। शिक्षा विभाग के निर्देश पर बिहार बोर्ड ने राज्यभर के सभी बालक स्कूलों को कोएड कर दिया है। ऐसे में जिन स्कूलों में छात्राएं नामांकन नहीं ले पाती थीं, उनमें भी अब उन्हें दाखिले का मौका मिलेगा। बता दें कि अब इंटर में छात्राओं के एडमिशन के लिए ढाई गुना सीटें बढ़ाई गई हैं। बिहार सरकार शुरू से ही बेटियों के शिक्षा पर जोर देती रही है। उनके लिए कई योजनाएं चलाई गई, ताकि वह अपनी पढ़ाई पूरी कर सके।
अब बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने इंटर में एडमिशन के लिए छात्राओं की सीटों में लगभग गुना बढ़ोतरी कर दी है। जहां पिछले साल इंटर में सिर्फ 3.15 लाख छात्राएं एडमिशन ले पाईं थी। वहीं इस बार यह बढ़ाकर आठ लाख कर दी गई दरअसल, इस कारण सूबे के सभी 5946 कॉलेज और स्कूलों में बेटियों का दाखिला होगा। इससे राज्यभर में छात्राओं की सीटें बढ़ गयी हैं। वर्ष 2021 में जहां 3664 स्कूल-कॉलेजों में इंटर में नामांकन लिया गया था। इसके लिए 17 लाख से अधिक सीटें संकायवार निकाली गयी थीं।
इस बार 2318 उत्क्रमित विद्यालय शामिल होने से सीटों की संख्या 21 लाख से अधिक होगी। ऐसे में कॉलेज और स्कूल के साथ इंटर में सीटों की संख्या भी बढ़ गयी शिक्षा विभाग के इस नए फैसले के बाद अब बिहार के हर उच्चतर हाई स्कूल और कॉलेज में छात्राओं का एडमिशन हो सकेगा बिहार बोर्ड के अनुसार, नौ मई को मैट्रिक कंपार्टमेंटल-सह- विशेष परीक्षा समाप्त हो जायेगी।
मूल्यांकन 15 मई के पहले शुरू होगा। रिजल्ट मई के अंतिम सप्ताह तक जारी होगा। ऑनलाइन आवेदन के बाद बोर्ड द्वारा मेधा सूची जारी की जायेगी। तीन चरण में मेधा सूची जारी की जायेगी। इसमें जिनका नाम आयेगा, उन्हें पहले नामांकन का मौका मिलेगा। जो तीन चरण में नामांकन नहीं ले पायेंगे, तो उन्हें स्टॉप नामांकन का मौका मिलेगा।