NEWSPR डेस्क। बिहार के मुंगेर में 300 से 400 लोग मौत के साए में जिंदगी गुजर बसर करने को मजबूर हैं। जहां वह रह रहे हैं, वो जगह कभी भी जमींदोज हो सकती है। बता दें कि महादलितों के लिए मुंगेर में जो पूअर हाउस बनाया गया है उसे लेकर लोग काफी परेशान हो रहे हैं। लोगों का कहना है कि निगम से लेकर जनप्रतिनिधि तक कोई उनकी बात नहीं सुन रहा।
बता दें कि सरकार का दिया और मुंगेर नगर निगम द्वारा संचालित 2 नंबर गुमटी पर बना महादलितों के लिए 60 कमरों का बनाया गया दो मंजिला भवन पूअर हाउस आज मौत का आशियाना बना हुआ है। इसमें जिंदगी गुजारने वाले महादलित परिवार को रोज परेशानी हो रही। जिले के नगर निगम क्षेत्र के दो नंबर गुमटी पर बने पूअर हाउस में 100 परिवार के करीब 300 से 400 लोग रहते हैं। वर्ष 1985 में बना यह पूअर हाउस मरम्मत नहीं होने के कारण बुरी तरह से जर्जर है। आलम ऐसा है कि किसी भी समय ये मकान जमीनदोज हो सकता है। लेकिन इस पूअर हाउस की मरम्मत पर न तो प्रशासनिक अधिकारी ध्यान दे रहे और न ही जनप्रतिनिधि।
महज 20 वर्ष में ही पूअर हाउस जर्जर हो चुका है। भवन का छत टूट-टूट कर कर गिर रहा। कई जगह मकान काफी जर्जर हो चुका है। फिर भी गरीब महादलित लोग मजबूरी के कारण उसी जर्जर भवन में रहने को विवश हैं। किसी दिन भी कोई बड़ा हादसा होने की आशंका है। कई ऐसे भी परिवार हैं जो अपनी जान बचाने के लिए उसी जगह कच्ची मिट्टी का मकान बनाकर जीवन यापन कर रहे हैं। स्थानीय लोगों ने अधिकारी एवं सरकार पर आरोप लगाते हुए बताया कि हम लोगों को किसी भी प्रकार की सरकारी सहायता एवं रहने के लिए आवास अब तक नहीं मिला है।
महादलित लोगों ने बताया कि हमलोगों की फोटो खींचने तो सब आते। लेकिन हमारे लिए आवाज उठाने वाला कोई नहीं है। कई बार हम लोगों ने स्थानीय वार्ड पार्षद से लेकर कई अधिकारियों तक भी इसकी शिकायत की है। उनके द्वारा भी इसकी ओर कोई पहल नहीं की गई। नेता यहां सिर्फ वोट मांगने ही आते हैं।
जीतने के बाद कोई देखने तक नहीं आता, भवन जर्जर होने के कारण यहां रहना खतरनाक है। कई बार जर्जर छत के टूट कर गिरने की घटना हो चुकी हैं। इस दौरान कई बार बच्चे भी घायल हो चुके हैं। अगर इस मकान की जल्द से जल्द मरम्मत नहीं कराई गई तो किसी दिन बड़ा हादसा हो सकता है।
इस मामले में पिछले 15 सालों से वार्ड सदस्य रहे हीरो यादव ने बताया कि जो पूअर हाउस है, वह 100 प्रतिशत जर्जर हो चुका है। हाल यह है कि आए दिन उसमें हादसे होते रहते हैं।
मुंगेर से मो. इम्तियाज की रिपोर्ट