NEWSPR DESK- सोमवार को समाजसेवी शिवम कुमार के नेतृत्व में जिला मुख्यालय के नगरपालिका मध्य विद्यालय भभुआ में बिहार माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में अनिवार्य रूप से कंप्यूटर विषय जोड़ने को लेकर “मानव श्रृंखला” बनाया गया।
इस मानव श्रृंखला में विघालय के प्रधानाध्यापक, शिक्षक व छात्र-छात्राएं आदि उपस्थित हो कर मानव श्रृंखला बनाया गया। शिवम ने बताया कि बीइंग हेल्पर संगठन के द्वारा बिहार के सभी 38 जिलों में “मानव श्रृंखला” बनाया गया है। बिहार के माध्यमिक वर्गों के पाठ्यक्रम में कंप्यूटर शिक्षा को अनिवार्य विषय बनाने के संदर्भ जन भावना से, सरकार को अवगत कराने की कोशिश की गई। इस मांग हेतु पहले भी प्रदेश के लगभग सभी जनप्रतिनिधियों की लिखित निवेदन सरकार को सौंपी जा चुकी है।
मानव श्रृंखला बना कर अपनी मांगों के उपयोगिता और सरकारी स्कूल के बच्चों हेतु कम्प्यूटर शिक्षा के अनिवार्यता पर प्रकाश डालते हुए। बीइंग हेल्पर ने शांतिपूर्ण अनुशासित से मानव श्रृंखला बनाया और आज एक नया इतिहास रचा गया। बिहार के 38 जिलों से सभी लोगों ने हिन्दुस्तान में पहली बार शिक्षा के लिए मानव श्रृंखला बनाया। मिशन डिजिटल एजुकेशन टीम का मुख्य उद्देश्य बिहार बोर्ड में शिक्षा के स्तर को बढ़ाने और कक्षा 6 से लेकर कक्षा 10 तक कंप्यूटर की शिक्षा को अनिवार्य रूप से जुड़वाने के लिए बीइंग हेल्पर फाउंडेशन के द्वारा पूरे बिहार वर्ष में यात्रा किया गया था।
इस यात्रा में बीइंग हेल्पर फाउंडेशन बिहार के 38 जिलों के 534 ब्लॉक का भ्रमण किया था। जिसमे हर ब्लॉक – हर पंचायत में जाकर लोगो को कंप्यूटर की शिक्षा का महत्व बता उन्हे जागरूक किया तथा इस मुहीम में उनसे सहयोग मांगा गया था। जो आज कैमूर भभुआ में मानव श्रृंखला बना कर छात्र-छात्राओं व अन्य लोगों ने बिहार बोर्ड में कम्प्यूटर की शिक्षा 6 से जोड़ी जाएं यह हम सबकी मांग हैं।
इस दौरान प्रधानाध्यापक नागेंद्र तिवारी, शिक्षक धर्मेन्द्र कुमार प्रभाकर, पीयूष कुमार, गौतम ठाकुर, एकरामूल हक, अरूण कुमार, रविशंकर उपाध्याय, नरेंद्र तिवारी, रविता कुमारी, हेमवन्ती कुमारी, लीलावती कुमारी, कविता कुमारी, नीतू कुमारी व छात्र-छात्राएं आदि उपस्थित रहें।