NEWSPR डेस्क। बिहार में कोरोना की रफ्तार करीब-करीब थम गया है। हालांकि अब चमकी बुखार ने लोगों का टेंशन बढ़ा दिया है। यहां एक हफ्ते में AES के 9 मरीज मिले हैं। एसकेएमसीएच के पीकू वार्ड में 17 जुलाई को भर्ती हुए सकरा के चकरवे मनियारी निवासी दो वर्षीय अन्नुप्रिया में एइएस की पुष्टि हुई हैं। बच्ची का ब्लड सैंपल व अन्य रिपोर्ट आने के बाद डा गोपाल शंकर सहनी ने एइएस की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि बच्ची को डॉ जेपी मंडल की यूनिट में भर्ती कर इलाज किया जा रहा हैं। अभी इसकी हालत सामान्य है। डॉ गोपाल शंकर सहनी ने कहा कि पिछले चार पांच दिनों से उमस बढ़ी है। बिहार में पिछले एक हफ्ते में नौ मरीज सामने आया है।
ऐसे में एइएस से बच्चे पीड़ित होने लगे हैं। इस वर्ष एसकेएमसीएच 47 बच्चों में एइएस की पुष्टि हो चुकी है। जिसमें से 10 बच्चों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है। 29 बच्चों को इलाज के बाद घर भेजा गया है। इधर, चमकी बुखार से पीड़ित तीन बच्चों को बुधवार को पीकू वार्ड में भर्ती कराया गया। सभी के ब्लड सैंपल पैथोलॉजी विभाग को भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद बीमारी की पुष्टि की जायेगी। फिलहाल स्वास्थ्य विभाग के प्रोटोकॉल के अनुसार बच्चे का इलाज जारी है।
वहीं इसके अलावा एसकेएमसीएच में चमकी-बुखार (Chamki Bukhar) के तीन भर्ती हुए. उसमें सीतामढ़ी के ढाई साल का प्रियांशु और मोतिहारी के सात साल का कृष कुमार, दो साल की बालूघाट की नेहा कुमारी शामिल है. तीनों का इलाज चिकित्सों की टीम द्वारा की जा रही है.