NEWSPR डेस्क। वैशाली पातेपुर प्रखंड क्षेत्र के राघोपुर नरसंडा गांव स्थित अहरा टोला में कोरोना का वैक्सीन लेने के बाद एक महिला का अपना हाथ कटवाने का अजीबो गरीब मामला सामने आया। जो कि चर्चा का विषय बन गया है। इस संबंध में महिला ने पातेपुर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को लिखित आवेदन देते हुए हाथ कटवाने का कारण टिका कर्मी की लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की गुहार लगाई है।
जानकारी के मुताबिक राघोपुर नरसंडा गांव के अहरा टोला निवासी जय कुमार सहनी की 23 साल की पत्नी शीला देवी 18 अक्टूबर को गांव स्थित नवसृजित प्राथमिक विद्यालय परिसर में लगे शिविर में कोविशिल्ड वैक्सीन का पहला डोज लिया था। टीका लगवाने के बाद से उसके बांह में दर्द रहने लगा। आसपास के लोगों द्वारा यह कहने पर कि टीका लगवाने के बाद सभी को दर्द होता है। इस बात पर महिला दर्द को दरकिनार करती रही।
वहीं समय बीतने के साथ ही लगभग दस पंद्रह दिन बाद महिला को बाजू के दर्द से काफी परेशानी बढ़ने लगा। परिजनों ने ग्रामीण चिकित्सक से इलाज करवाया लेकिन कोई सुधार नही होने पर महिला के घर के लोगों ने उसे समस्तीपुर के किसी निजी क्लिनिक में भर्ती कराया। जहां चिकित्सकों ने जांच के लिए दरभंगा भेजा। जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद महिला के घर वाले का होश उड़ गए। चिकित्सक ने महिला को गंभीर बीमारी का हवाला देते हुए पटना रेफर कर दिया।
महिला को उसके घर वालों ने पटना आइजीआइएमएस में भर्ती कराया,जहां चिकित्सकों ने महिला का जांच कर कैंसर बताते हुए महिला का ऑपरेशन कर बाएं हाथ को कंधे के पास से काटकर हटा दिया। अस्पताल से महिला के घर पहुंचते ही पूरे क्षेत्र में चर्चा का बाजार गर्म हो गया। इस क्षेत्र के लोगो ने कोरोना वैक्सीन का बाकी डोज लगवाने से जहां इनकार करने लगे हैं। वही अन्य लोगो ने वैक्सिनेशन को लेकर तरह तरह की बाते बताई जा रही है। हालांकि इस संबंध में पातेपुर पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि कोविशिल्ड वैक्सीन लेने से इस तरह का कोई खतरा नही हो सकता है लेकिन फिर भी शिकायत मिली है इसके लिए वरीय अधिकारियों को सूचना दी जाएगी। तथा मामले की जांच वरीय चिकित्सकों द्वारा कराई जाएगी। महिला के परिजनों से चिकित्सा से संबंधित सभी रिपोर्ट्स मंगाए जा रहे है।
वैशाली से नागमणि की रिपोर्ट