NEWSPR DESK- लगातार बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खुलती नजर आती है कभी मरीजों के साथ दुर्व्यवहार तो कहीं एंबुलेंस सेवा ठप आखिर बिहार सरकार कब एक्शन लेगी स्वास्थ्य विभाग को लेकर मंगल पांडे तो तारीफ करते हैं कि बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था बहुत ही अच्छी है लेकिन एक नजर बिहार के कुछ जिलों पर भी गौर करना चाहिए हम बात कर रहे हैं उस जिले का जहां एंबुलेंस तो है पर नाम का है और सिर्फ वह खड़ी रहती है.
कटिहार स्वास्थ्य विभाग के एंबुलेंस व्यवस्था एक बार फिर सवालों के घेरे में हैं। एक तरफ जिले में कुल 33 एंबुलेंस है जिसमें 9 एंबुलेंस खराब है, वही आम लोगों को जरूरत के वक्त कैसे आसानी से एंबुलेंस उपलब्ध हो सके इस बारे में भी शायद अब तक जागरूकता की कमी है।
एक बार फिर कटिहार से ही यह तस्वीर इस की तस्दीक कर रही है। तस्वीरें कटिहार मुफस्सिल थाना क्षेत्र के हाफलागंज से आए मोहम्मद आलम के परिवार से जुड़ी हुई है जहां उसके मां बीमार होने पर उस परिवार ने आनन-फानन में ठेला भेन गाड़ी में लादकर लगभग 06 से 08 किलोमीटर की दूरी तय कर सदर अस्पताल पहुंचा है।
निश्चित तौर पर पहले से स्वास्थ्य विभाग के इस सुविधा में सुधार जरूर हुआ है लेकिन आम लोगों तक इसे उपलब्ध होने की तरीके को लेकर जागरूकता नहीं होने पर लोग आज भी बड़े से बड़े दुर्घटना में किसी तरह ठेला गाड़ी में लादकर ही मरीज को लेकर अस्पताल पहुंचते हैं।