NEWSPR DESK – कैमूर बिहार विधानसभा चुनाव अगले वर्ष होना है लेकिन इसकी तैयारी प्रशासनिक स्तर पर शुरू हो गई है। जिला समाहरणालय स्थित सभा कक्ष में जिला पदाधिकारी सावन कुमार ने उप निर्वाचन पदाधिकारी, जिले के सभी वरीय पदाधिकारियों, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी, सभी सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी, सभी प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारियों के साथ बैठक की और निर्वाचक सूची में सुधार को लेकर कई निर्देश दिए। बीएलओ के माध्यम से निर्वाचकों के घर-घर जाकर सत्यापन किया जाना है।
सत्यापन के उपरांत दोहरी प्रविष्टि वाले निर्वाचक, मृत निर्वाचक या स्थायी रूप से स्थानांतरित निर्वाचक की पहचान कर प्रपत्र -7 के माध्यम से विलोपन की कार्रवाई अनिवार्य रूप से किया जाना है। इसके अतिरिक्त निर्वाचक सूची में निर्वाचकों का फोटो गलत/अस्पष्ट हो तो उन्हें चिन्हित कर प्रपत्र -8 के माध्यम से शुद्ध किया जाना है। मतदान केन्द्रों के युक्तिकरण के निमित्त मतदान केन्द्रों का शत-प्रतिशत भौतिक सत्यापन किया जाना है। इसके अंतर्गत 1400 से अधिक निर्वाचक वाले मतदान केन्द्रों के निर्वाचकों के गृह संख्यावार, सेक्शनवार चिन्हित करते हुए नया मतदान केंद्र का प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। इस कार्य में ध्यान रखना है कि एक परिवार के सदस्यों का नाम अलग -अलग मतदान केन्द्रों पर नहीं होना चाहिए। मतदान केन्द्रों का भौतिक सत्यापन का कार्य किसी भी हाल में 24 अगस्त से 29 अगस्त तक संपन्न कराना है। उन्होंने सभी प्रखंड स्तरीय एवं अनुमंडल स्तरीय पदाधिकारी को इस कार्य को रूचि लेकर संपादित करने का निर्देश दिया।
उन्होंने निर्देश दिया कि अगर मतदान केंद्र जीर्ण शीर्ण अवस्था में है तो उसके लिए नया मतदान केंद्र का प्रस्ताव तैयार किया जा सकता है। जीर्ण शीर्ण मतदान केंद्र के नजदीक में अगर कोई दूसरा सरकारी भवन है तो मतदान केंद्र को शिफ्ट किया जा सकता है। भौतिक सत्यापन करते वक्त निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों का अक्षरशः पालन किया जाना है।