आरजेडी के विधायक और पूर्व कृषी मंत्री सुधाकर सिंह ने क्षेत्रीय परिषद की होने वाले बैठक से नाउम्मीद जाहिर किया है। सुधाकर सिंह ने कहा कि अमित शाह के अध्यक्षता में जो बैठक होगी इससे मुझे बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं है, क्योंकि 10 साल मोदी जी की सरकार में पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक हुई,लेकिन बिहार के लिए अभी तक कुछ नहीं किया गया है। बिहार का विकास जो होना चाहिए उस पर कभी केंद्र सरकार ने ध्यान नहीं दिया है। बिहार में जाती है और सामाजिक सर्वे हुआ इसमें 70% लोग 60 से नीचे की आमदनी वाले हैं, लेकिन केंद्र सरकार ने उनके लिए कुछ नहीं किया। अहमदाबाद से मुंबई के लिए बुलेट ट्रेन चलाने का काम किया जा रहा है। जिसमें डेढ़ लाख करोड़ खर्च किए जा रहे हैं। परंतु काफी लंबे समय से कोसी डैम की मांग की जा रही है। जिसमें लगभग एक लाख करोड़ खर्च होंगे परंतु आज तक इस पर कभी चर्चा नहीं की गई है। इसलिए इस बैठक से हम विशेष उम्मीद नहीं कर रहे हैं।
बिहार में विषेश राज्य के दर्जे की मांग पर सुधाकर सिंह ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य के दर्जे की मांग 2002 से तत्कालीन मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने किया और आज 21 साल से यह मांग लगातार केंद्र सरकार से उठ रही है अगर कोई कानून विशेष राज्य के दर्जे में बाधा बन रहा है तो विशेष सहायता में तो कोई दिक्कत नहीं है। उसको तो दिया जा सकता है। अगर बिहार को विशेष सहायता मिलता है तो बिहार में एजुकेशन सिस्टम, शहरीकरण सिस्टम, कोसी परियोजना अस्पताल जैसे मूलभूत सुविधा पर काम किया जा सकता है। लेकिन केंद्र सरकार बिहार और पूर्वोत्तर राज्यों पर कभी ध्यान नहीं देने वाली है।
वहीं छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश में बीजेपी की जीत पर सुधाकर सिंह ने कहा कि यह अलग बात है कि तीनों जगह पर बीजेपी की जीत हुई है लेकिन कांग्रेस का जनाधार में कमी नहीं हुआ है। उसके वोट प्रतिशत में ज्यादा कमी नहीं हुई है ,इसलिए हार जीत कोई मायने नहीं रखते हैं। उनका जनाधार अभी भी कायम है।
रेवंत रेड्डी द्वारा दिए ने दिया गया बयान को लेकर सुधाकर सिंह ने पहले तो पक्ष लेते हुए कहा कि जहां-जहां बीजेपी की सरकार है वहां वहां बिहारी को अपमान किया जाता रहा है लेकिन जब मुझसे पूछा गया कि गलत बोले या सही तो उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर रेवंत रेड्डी ने राज्य का नाम लेकर डीएनए की बात किया है या गलत बात है परंतु उन्होंने जाति का नाम नहीं लिया है यह गलत अफवाह फैला जा रहा है।