बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह क्षेत्रीय प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिठू, पूर्व विधायक मो खान अली, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, उदय शंकर पालित,विपिन बिहारी सिन्हा, कुंदन कुमार, गया जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष विशाल कुमार, श्रवण पासवान,मो समद, शिव कुमार चौरसिया, सुरेंद्र मांझी, डा हमीद हुसैन, जमीर शहीदी, आदि ने कहा की आज देशवासियों के दिलो, दिमाग में ये बाते कौंध रही है की आखिर वित्तीय वर्ष 2021_ 22 में भाजपा ने इलेक्टोरल बॉन्ड से 5200 करोड़ रुपया कैसे अर्जित कर लिया है, उसकी जानकारी, हिसाब देश को क्यों नहीं बताना चाहती है !
नेताओ ने कहा भाजपा चंदे के माध्यम से धन उगाही में पहले से बने कानून में संशोधन भी किया जैसे पहले एक कंपनी अपने तीन साल के नेट प्रॉफिट का 7.5 प्रतिशत ज्यादा दान नहीं कर सकता था उसे मोदी सरकार में इस लिमिट को ही समाप्त कर दिया , इस लिए अब किसी कंपनी को यह बताने की जरूरत नहीं की किसको कितनी राशि दी गई, जो बिकुल अपारदर्शी है।
नेताओ ने कहा की इस कानून के संशोधन के बाद इतना बड़ा बेनामी धन, किसी पार्टी के खाते में आता है, तो स्पष्ट होता है की काला धन कैसे सफेद किया जाता है।
नेताओ ने कहा की दूसरी ओर सरकार देश की महान जनता के एक, एक पैसा का हिसाब रखती है, परंतु अपने पार्टी की चंदा के लिए इकट्ठा किए गए मोटी रकम का कोई भी हिसाब नही दे रही है।
नेताओ ने कहा की आज देश के सभी राजनीतिक दलों को इलेक्ट्रोलर बॉन्ड से मिलने वाली चंदा का 67 प्रतिशत राशि भाजपा को मिली है, जिसका हिसाब सार्वजनिक करना नितांत आवश्यक है।