मनोहर
बेगूसरायः बूढ़ी गंडक में बढ़ते जलस्तर के बीच एक बार फिर बांधों पर दबाव बढ़ने लगा है और बाढ़ का खतरा भी मंडराने लगा है। बूढ़ी गंडक बांध पर कई जगह रिसाव भी शुरू हो चुका है जिसे स्थानीय लोगों के द्वारा बंद करने का प्रयास भी किया जा रहा है। हालांकि बाढ़ नियंत्रण विभाग दावा जरूर कर रही है कि समय रहते रिसाव को दुरुस्त कर लिया जाएगा। लेकिन स्थानीय लोगों की माने तो विभाग एवं ठेकेदार के द्वारा सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है और समय रहते अगर समुचित उपाय नहीं किए गए तो बाढ़ के संभावित खतरे से इनकार नहीं किया जा सकता।
तराई क्षेत्रों में हो रही लगातार बारिश की वजह से एक बार फिर बूढ़ी गंडक उफान पर है । वर्तमान समय में सबसे अधिक दबाव बेगूसराय जिले की खोदावंदपुर प्रखंड अंतर्गत बिजुलिया गांव के समीप बना हुआ है जहां बुढ़ी गंडक पर बने बांध में रिसाव शुरू हो गया है । लोगों की माने तो वर्ष 2017 में आई बाढ़ से तकरीबन 1 मीटर अधिक जल स्तर पर अभी गंडक प्रवाह कर रही है। स्थानीय लोगों के अनुसार बिजोलिया से तकरीबन 10 किलोमीटर आगे बसही के नजदीक पूर्व में एक बार बांध टूट भी चुका है और उसकी खौफनाक मंजर को याद कर लोग आज भी सिहर उठते हैं। स्थानीय लोगों ने बाढ़ नियंत्रण विभाग एवं ठेकेदार पर आरोप लगाया है की विभागीय लापरवाही की वजह से अभी तक मिट्टी या बोड़ा की व्यवस्था भी उपयुक्त संख्या में नही की गई है।
अधिकारी भी मान रहे हैं स्थिति खराब
वहीं बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारी रामनरेश सिंह भी मानते हैं कि कई जगहों पर बांध में रिसाव हुआ है लेकिन समय रहते प्रशासन के द्वारा उन पर काबू भी पा लिया गया है। बाढ़ नियंत्रण विभाग के कनीय अभियंता रामनरेश सिंह ने कहा कि अगले 2 दिनों तक पानी और बढ़ने की संभावना है लेकिन बचाव के लिए विभाग पूरी तरह तैयार है। उन्होंने दावा किया की किसी भी स्थिति से समय रहते निपट लिया जाएगा।