NEWPR डेस्क। बोकारो बालीडीह के बियाडा स्थित डालमिया सीमेंट फैक्ट्री की दूसरे यूनिट एवं उसके विस्तारीकरण से आहत रैयत अभी भी आंदोलन की राह पर हैं। इन रैयतों की जमीन इस विस्तारीकरण में अधिग्रहित की गई है, इसीलिए रैयत आंदोलित हैं। मामले को शांत कराने के लिए पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार झा की अगुवाई में हाई लेवल की मीटिंग बुलाई गई थी। बैठक में तय किया गया था कि विस्थापित रैयतों को डालमिया सीमेंट द्वारा अस्थायी नियोजन दिया जाएगा। इसके बाद धरना-प्रदर्शन समाप्त कराया गया था, लेकिन फिर से शुरू भूख हड़ताल ने संकेत दे दिया है कि रैयत उस एग्रीमेंट से सहमत नहीं हैं। 6 दिसंबर को फैक्ट्री की आधारशिला रखने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बोकारो पहुंच रहे हैं। इसलिए प्रशासन एवं जेएमएम ने पहल कर भूख हड़ताल को समाप्त करा लिया है, लेकिन मुख्यमंत्री के जाने के बाद आंदोलन जोर पकड़ सकता है। बता दें कि रैयत स्थायी नियोजन की मांग कर रहे हैं। वैसे रैयतों में भी दो गुट हैं, एक गुट डालमिया के पक्ष में है, दूसरा विरोध कर रहा है।