ब्रश और पेंट खरीदने को नही है पैसे, नवगछिया के युवक के द्वारा बालू की रेत पर भगवान हनुमान की बनाई आकृति लोगों को अपनी ओर करती है आकर्षित।

Patna Desk

 

भागलपुर नौगछीया मे अभी तक समुद्र व नदी के किनारे रेत के सहारे लोगों ने महान कलाकार सुदर्शन पटनायक व अन्य को आकार गढ़ते हुए देखा था। मगर बुधवार को उस समय लोगों ने दांतों तले उंगलियां दबा ली जब नवगछिया में एक युवक ने अपनी कला के अभिनय से रेत पर भगवान हनुमान की आकर्षक आकृति बना दी। नवगछिया थाना रोड पर नवगछिया थाना के भवानीपुर निवासी प्रकाश दास के 18 वर्षीय पुत्र कुमाेद कुमार के द्वारा बालू की रेत पर बनाई गई कलाकृति बरबस ही अपनी ओर आकर्षित करती है। कुमोद ने भगवान हनुमान की कलाकृति बनाई है। भगवान हनुमान की आकृति को देखने वालों का जमावड़ा लगा हुआ। जिसमें महिलाए है। मकंदपुर चौक से नवगछिया बाजार जाने वाले लोग कुछ देर वहां रूक कर कलाकृति को देखते है। उसके पश्चात ही वह आगे बढ़ते है। इस दौरान कलाकृति को लोग प्रणाम कर चढ़ावा भी चढ़ाते हैं, और आसपास के लोग पूजा भी करते नजर आते हैं। प्रकाश दास के पांच पुत्रों में कुमाेद कुमार तीसरे स्थान पर है। प्रकाश दास अस्वस्थ्य रहते है। आर्थिक तंगी के कारण कुमोद कुमार सांतवी वर्ग तक ही पढ़ाई कर सकें। अभी वह मजदूरी करते है। भवन निर्माण में कुमोद सेटरिंग का कार्य करते हैं। कुमोद ने बताया कि पहले पेपर पर भगवान की तस्वीर बनाता था। धीरे धीेरे कोसी नदी किनारे रेत पर आकृति बनाने लगा। जहां भी बालू का काम होता वहां आकृति बना लेता हूं।

थाना रोड में ओवर ब्रीज का निर्माण किया जा रहा है। उसी के लिए सफेद बालू सड़क किनारे गया है। उसी बालू पर भगवान हनुमान की प्रतिमा बनाया है। प्रतिमा सुबह 5 बजे बनाना शुरू किया। इसमें लगभग पांच घंटे का समय लग गया। इस कलाकृति को बनाने में साढ़े पांच घंटे का समय लगा। इससे पूर्व वह बालू की रेत से भगवान शिव, भगवान गणेश, मां पार्वती, लक्ष्मी, दुर्गा, काली की प्रतिमा की आकृति बना चुके हैं। वह पिछले पांच वर्षों से बालू की रेत पर आकृति बना रहा हैं। घर से भी कुमोद को कोई सपोर्ट करने वाला नही है। इस तरह की आकृति समुद्र के किनारे रेत पर बनाने वालों को जितनी प्रसिद्धी मिलती हैं उतनी प्रसिद्धी गांव के युवा कुमोद को नहीं मिलती है। इस युवा के हुनर को पहचानने वाले को आगे आना होगा।

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