NEWSPR डेस्क। भागलपुर सुल्तानगंज के अजगैबीनाथ धाम में मोनी अमावस्या को लेकर मिथलांचल के हजारों कांवड़िया गंगा स्नान करने पहुंचे। माना जाता कि पार्वती मईया के वंशज होने के कारण बाबा भोलेनाथ को तिलक करने के लिए मोनी अमावस्या के दिन उत्तरवाहिनी गंगा में स्नान कर बाबा बैधनाथ मंदिर के पैदल यात्रा कर सरस्वती पुजा दिन बाबा भोलेनाथ का तिलक करते हैं।
महाशिवरात्रि में भोलेनाथ का विवाह होने को लेकर मिथिलांचल के कावड़ियों मोनी आमावस्या के दिन अजगैबीनाथ धाम पहुंचकर गंगा स्नान कर मंदिर में पुजा पाठ करते हुए बैधनाथ धाम के लिए रवाना होते हैं। यही प्रंपरा होने की वजह होने से खासकर मिथिलांचल के कावड़ियों अजगैबीनाथ धाम पहुंचते हैं। वहीं मंदिर के महंत प्रेमानंद गीरी ने बताया कि कोविड को लेकर सरकार के गाइडलाइन का पालन कर रहे हैं लेकिन लोक आस्था होने के कारण भीड़ पर प्रशासन द्वारा नियंत्रण नहीं रख पा रहे।
कोविड होने के कारण आस्था का पर्व भारी देखने को मिल रहा है। वहीं मंदिर परिसर मे सुरक्षा कर्मी ने बताया कि सभी भक्त को मंदिर बंद होने कि बात कही जा रही लेकिन कांवड़िया बाबा भोलेनाथ को जल चढ़ाकर बाबा बैधनाथ धाम के लिए रवाना हो रहे हैं। वहीं मिथलांचल के कांवड़िया ने बताया कि मोनी अमावस्या के दिन अजगैबीनाथ मंदिर के उत्तरवाहिनी गंगा मे स्नान कर मंदिर मे पुजा पाठ करते हुए बाबा भोलेनाथ को तिलक करने के लिए बैधनाथ धाम पैदल यात्रा करते हैं। इसको लेकर स्थानीय थानाध्यक्ष. लाल बहादुर द्वारा सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम किया गया था। जगह जगह पुलिस सुरक्षा कर्मी को लगाया गया था। साथ ही नगर परिषद द्वारा साफ एंव सफाई की व्यवस्था गंगा घाट सहित शहर मे लगातार युद्ध स्तर से कार्य करते हुए देखे गए।
रिपोर्ट-श्यामानंद सिंह भागलपुर