NEWSPR डेस्क। भागलपुर में आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा मगध विश्वविद्यालय के भ्रष्ट रजिस्टार, प्राक्टर व अन्य दो कर्मचारियों की गिरफ्तारी को लेकर स्थानीय कार्यालय हरिया पट्टी सुजागंज भागलपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस किया गया। अभाविप के विश्वविद्यालय संयोजक संजय झा ने मगध विश्वविद्यालय के भ्रष्ट रजिस्टार, प्राक्टर व अन्य दो कर्मचारियों की गिरफ्तारी पर हर्ष व्यक्त करते हुए इन्हें अभाविप के संघर्ष का जीत बताया।
इसके साथ ही उन्होंने क्षोभ व्यक्त करते हुए कहा कि अभी तक मगध विश्वविद्यालय के भ्रष्टाचार के मुखिया भ्रष्ट कुलपति की गिरफ्तारी नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है। जो राजभवन और सरकार दोनों के ऊपर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है। साथ ही उनके भी इस भ्रष्टाचार में लिप्त होने की ओर इशारा करता है। अभाविप मगध विश्वविद्यालय के भ्रष्ट कुलपति की गिरफ्तारी व बिहार के सभी विश्वविद्यालय की शैक्षणिक अराजकता व भ्रष्टाचार की जांच स्पेशल विजिलेंस टीम से कराने की मांग करती है।
आखिर क्या कारण है कि बिहार के सभी विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्ति उत्तर प्रदेश से लाकर की जाती है। क्या बिहार में शिक्षाविदों की कमी हो गई है। आज राजभवन भी भ्रष्टाचार का केंद्र बन गया है। हम तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में भी कापी खरीद बिक्री,किताब खरीद, रूसा फंड, पुरानी गाड़ी खरीद, भैरवा तालाब टेंडर,शिक्षक नियुक्ति व तबादला, अतिथि आवास विषय, विश्वविद्यालय की जमीन भूमाफिया से मिलकर बेचने की तैयारी ,परीक्षा विभाग आदि की भी स्पेशल विजिलेंस टीम से जांच कराने की मांग करते हैं।
इसके साथ ही तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में स्थाई कुलपति की नियुक्ति की मांग करते हैं। प्रेस वार्ता में अभाविप के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य आशुतोष सिंह तोमर ,रोहित राज, नगर मंत्री कपिश शर्मा व प्रकाश झा मौजूद रहे।
रिपोर्ट:- श्यामानंद सिंह ,भागलपुर