भागलपुर में डेंगू से हाहाकार मचा हुआ है, जिले में 27 दिन के अंदर डेंगू से दूसरी मौत भी हो चुकी है, यह बीमारी तेजी से अपना पाँव पसार रहा है, शहर के कई इलाके डेंगू से प्रभावित है खासकर तिलकामांझी इलाका हॉटस्पॉट बन गया है। जिले भर से 100 से अधिक मरीज जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती हैं, मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अब जेएलएनएमसीएच में 100 बेड का फेब्रिकेटेड अस्पताल की शुरुआत की गई है। डेंगू मरीजों को एमसीएच वार्ड से फेब्रिकेटेड अस्पताल में शिफ्ट के दिया गया है यहाँ अभी करीब 100 मरीज भर्ती हैं इसके अतिरिक्त शहर के कई निजी अस्पतालों में डेंगू के मरीज भर्ती हैं। बिहार भर में भागलपुर में सबसे ज्यादा डेंगू के मरीज मिल रहे हैं। भागलपुर में डेंगू से चार साल की बच्ची समेत दो की मौत हो गयी है। इसको लेकर जिलाधिकारी ने जेएलएनएमसीएच का निरीक्षण कर व्यवस्था में सुधार लाने के निर्देश दिए थे जिसके बाद से फेब्रिकेटेड अस्पताल में सभी सुविधाओं के साथ डेंगू मरीज का ईलाज चल रहा है। वहीं राजेन्द मेमोरियल रिसर्च संस्थान के तीन सदस्यीय टीम पटना से भागलपुर पहुंची और दो दिनों शहर व आसपास 375 घरों का सर्वे किया इस दौरान 71 घरों से डेंगू के लार्वा का सैम्पल लिया गया है।
डॉक्टरों ने बताया कि आखिरकार भागलपुर में ही क्यों डेंगू मरीजों की संख्या इतनी तेजी से बढ़ रही है इसका क्या कारण है, डेंगू बीमारी इतनी तेजी से कैसे पनप रही है, किस समय और किस जगह पर लोगों को डेंगू मच्छर अपना शिकार बनाता है, डेंगू मच्छर की पहचान कैसे करें, कैसा दिखता है ये मच्छर और साथ ही साथ बचाव के उपाय भी बताए।