NEWSPR डेस्क। शुक्रवार को आईएनएस विक्रांत (INS Vikrant) भारतीय नौसेना में शामिल हो गया। अब हमारे डिफेंस को एक और मजबूत स्वदेशी विमान वाहक पोत मिल गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेवी को ये सौंप दिया है। कोचीन शिपयार्ड पर तैयार किए गए इस विमान वाहक पोत के निर्माण में 20,000 करोड़ रुपये की लागत आई है।
बता दें कि इस पोत के आधिकारिक तौर पर शामिल होने से नौसेना की ताकत दोगुनी हो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, विक्रांत विशाल है, विराट है, विहंगम है। प्रधानमंत्री ने कहा कि विक्रांत आत्मनिर्भर होते भारत का अद्वितीय प्रतिबिंब है। आज भारत विश्व के उन देशों में शामिल हो गया है, जो स्वदेशी तकनीक से इतने विशाल एयरक्राफ्ट कैरियर का निर्माण करता है।
उन्होंने कहा, आज INS विक्रांत ने देश को एक नए विश्वास से भर दिया है, देश में एक नया भरोसा पैदा कर दिया है। पीएम ने कहा, INS विक्रांत के हर भाग की अपनी एक खूबी है, एक ताकत है, अपनी एक विकासयात्रा भी है। ये स्वदेशी सामर्थ्य, स्वदेशी संसाधन और स्वदेशी कौशल का प्रतीक है। इसके एयरबेस में जो स्टील लगी है, वो स्टील भी स्वदेशी है।