आज भारत के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की 92 वीं जयंती गया के स्थानीय चौक स्थित इंदिरा गांधी प्रतिमा स्थल प्रांगण मे कॉंग्रेस पार्टी के तत्वाधान मे मनाई गई।
सर्वप्रथम एपीजे अब्दुल कलाम के चित्र पर माल्यार्पण के पश्चात् उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला, जयंती कार्यक्रम की अध्यक्षता बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू ने किया तथा संचालन कॉंग्रेस सेवा दल के टिंकू गिरी ने किया।
जयंती कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि मिसाइल मैन और जनता के राष्ट्रपति के नाम से मशहूर ए पी जे अब्दुल कलाम आज़ाद एक गैर राजनीतिक व्यक्ति रहे है फिर भी विज्ञान की दुनिया मे चामत्कारिक प्रदर्शन के कारण इतने लोकप्रिय रहे की देश ने उन्हें सिर माथे पर उठा लिया तथा सर्वोच्च पद पर आसीन कर दिया। एक वैज्ञानिक का राष्ट्रपति पद पर पहुचना पूरे विज्ञान जगत का सम्मान तथा प्रतिष्ठा की बात थी।
नेताओं ने कहा कि ए पी जी अब्दुल कलाम सहाब इसरो के निदेशक के रूप मे भारत को अग्नि और पृथ्वी जैसी बैलिस्टिक मिसाइलों ने राष्ट्र की सुरक्षा को मजबूती प्रदान करने का काम किया है।
नेताओं ने कहा कि उन्होंने देशवासियों को सिखाया कि जीवन मे चाहे जैसी भी परिस्थिति क्यों न हो पर जब आप अपने सपने को पूरा करने की ठान लेते हैं तो उन्हें पूरा करके ही रहते हैं। अब्दुल कलाम के विचार आज भी युवा पीढ़ी को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं।
जयंती कार्यक्रम को डॉक्टर मदन कुमार सिन्हा, प्रो विजय कुमार मिट्ठू, जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, मिथिलेश सिंह, प्रद्युम्न दुबे, विनोद कुमार उपाध्याय, उदय शंकर पालित, मोहम्मद समद, विपिन बिहारी सिन्हा, कुंदन कुमार, वामपंथ चिंतक मुरारी शर्मा आदि ने अपने, अपने विचार रखे।