भोजपुर में बेलगाम में स्कॉर्पियो ने बाइक सवार बाप-बेटे को रौंदा, मौत।

Patna Desk

 

 

आरा-सासाराम स्टेट हाईवे पर जिले के चरपोखरी थाना क्षेत्र के अमर्जा गांव के समीप सोमवार की सुबह बेलगाम स्कोर्पियो ने बाइक सवार बाप-बेटे को रौंद दिया। इस हादसे में बाप-बेटे दोनों की दर्दनाक मौत हो गई। बेटे ने इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल लाने के दौरान एवं बाप ने आरा शहर के महावीर टोला स्थित निजी अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। हादसा इतना जबरदस्त था की टक्कर मारने के बाद स्कोर्पियो अनियंत्रित होकर पलट गई एवं बाइक के भी पचखड़े उड़ गए। घटना को लेकर लोगों के बीच अफरा-तफरी मची रही। वहीं घटना के बाद चालक स्कॉर्पियो छोड़कर मौके से फरार हो गया। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय थाना घटनास्थल पर पहुंच मामले की छानबीन में जुट गई है। वहीं पुलिस ने घटनास्थल स्कॉर्पियो को भी जब्त कर लिया है। जानकारी के अनुसार मृतकों में पीरो थाना क्षेत्र के मोहन टोला गांव निवासी 50 वर्षीय सचिदानंद चौधरी एवं 20 वर्षीय उनका पुत्र आशीष कुमार शामिल है। इधर मृतक के नाना सुनील चौधरी ने बताया कि वह टाउन थाना क्षेत्र के धनुपरा स्थित आईटीआई में पढ़ाई करता था। सोमवार की सुबह वह अपने पिता के साथ बाइक से धनुपरा स्थित आईटीआई कोचिंग में एग्जाम देने के लिए आ रहा था। उसी दौरान अमोरजा गांव के समीप विपरीत दिशा से आ रही बेलगाम स्कॉर्पियो ने ओवरटेक करते हुए बाइक सवार दोनों बाप-बेटे को रौंद दिया। जिससे दोनों गंभीर रूप से जख्मी हो गए। इसके बाद परिजन द्वारा दोनों को आनन फानन में इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल लाया जा रहा था। तभी बेटे आशीष कुमार ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। बावजूद इसके परिजन दोनों को आरा सदर अस्पताल ले आए। जहां चिकित्सक ने देख आशीष कुमार को मृत घोषित कर दिया। वहीं प्राथमिक उपचार करने के बाद उसके पिता सचिदानंद चौधरी को पटना रेफर कर दिया गया था। लेकिन परिजन उन्हें पटना ना ले जाकर आरा शहर के महावीर टोला स्थित निजी अस्पताल ले गए। जहां इलाज के दौरान उन्होंने भी दम तोड़ दिया। जिसके पश्चात परिजनों ने इसकी सूचना सदर अस्पताल में पदस्थापित पुलिस पदाधिकारी को दी। सूचना पाकर पुलिस सदर अस्पताल पहुंची और शवो को अपने कब्जे में लेकर उसका पोस्टमार्टम करवाया। बताया जाता है कि मृतक आशीष कुमार अपने दो भाई व दो बहन में तीसरे स्थान पर था। उसके परिवार में मां अनीता देवी व दो बहन प्रिया,बिट्टू एवं एक भाई आकाश कुमार है। जगदीप ने तक सच्चिदानंद अपने चार बहन और एक भाई में तीसरे स्थान पर थे एवं अपने मां-बाप के इकलौते चिराग थे। घटना के बाद मृतको के घर में कोहराम मच गया है। घटी इस घटना के बाद मृतक की मां अनीता देवी एवं परिवार के सभी सदस्यों का रो रो कर बुरा हाल है।

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