NEWSPR डेस्क। भोजपुर में बीते तीन दिन पहले शराब छापेमारी के दौरान पुलिस द्वारा एक अधेड़ व्यक्ति की पिटाई कर दी गई थी। जिसमें उस व्यक्ति की मंगलवार रात मौत हो गई। आरोप परिजनों ने पुलिस के ऊपर लगाया है। जिसकों लेकर बुधवार को ग्रामीणों ने पुलिस पर पिटाई से मौत होने का आरोप लगाते हुए बिहटा-सक्कडी स्टेट हाइवे को जाम कर दिया।
इसके साथ ही थानाध्यक्ष पर कारवाई की और आश्रितों को मुआवजे दिलाने की मांग कर रहे हैं। यह पूरा मामला भोजपुर के इमादपुर थाना इलाके का है। बहरहाल पुलिस के वरीय अधिकारी मामले की जांच में जुटे हुए हैं। ग्रामीणों के अनुसार इमादपुर थाना पुलिस व उत्पाद विभाग की टीम बीते 26 दिसंबर के दिन शराब छापेमारी करने इमादपुर गांव के महादलित बस्ती में पहुँची थी। जहां खलिहान में बैठे इमादपुर गांव निवासी स्व नेऊर साह के 41 वर्षीय पुत्र नन्हक साह पर शराब बेचे जाने का आरोप लगाते हुए जम कर पिटाई कर दी गई।
पुलिस की पिटाई के बाद उनकी हालत बिगड़ गई। इसी बीच मंगलवार देर रात उनकी मौत हो गई। इसके बाद गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने इमादपुर महादलित टोला के पास सुबह 6 बजे मुख्यमार्ग पर मृतक़ के शव को रखकर को जाम करते हुए अवागमन बाधित कर दिया। लोगों ने इमादपुर थानाध्यक्ष पर करवाई करने और मृतक के आश्रितों को मुआवजा दिलाने की मांग की।
इस दौरान आठ घंटे तक सड़क जाम रहा। लोग दोपहर दो बजे तक जाम कर प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शन में भाकपा माले की टीम भी शामिल थी। लंबे समय तक सड़क जाम के कारण सड़क के दोनों तरफ लंबी कतार लग गई। मौके पर सिकरहटा और सहार पुलिस ग्रामीणों को समझाने बुझाने का प्रयास में लगे रहे। इस संबध में पिरो डीएसपी राहुल सिंह ने पुलिस द्वारा पिटाई के मामले को इंकार करते हुए कहा कि अधेड़ आठ दिनों से बीमार चल रहा था। जिसके कारण मौत हो सकती। बहरहाल मामले की जांच चल रही है। मृतक के पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद यह मामला स्पष्ट हो पाएगा।
भोजपुर से आकाश कुमार की रिपोर्ट