भ्रष्टाचार पर प्रहार, नोएडा का ट्विन टावर हुआ ध्वस्त

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। नोएडा का ट्विन टॉवर आखिरकार गिर गया। सेक्टर-93ए में बने 103 मीटर ऊंचे ट्विन टावर नेस्तानाबूत हो गए हैं। महज 9-12 सेकेंड में कुतुब मीनार से भी ऊंची इमारतें स्वाहा हो गईं। कुतुब मीनार से भी ऊंची इमारत के ढहने से आसमान में धूल का गुबार दिखाई दिया।

टावर के ध्वस्तीकरण के लिए करीब 9640 छेद में 3700 किलो विस्फोटक का प्रयोग किया गया था। मौके पर पुलिस से लेकर एनडीआरएफ, एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड की टीमें मौजूद हैं। वहीं वायु प्रदूषण को रोकने के लिए पानी के टैंकर मौजूद हैं जिनसे पानी का छिड़काव किया जा रहा है। एंटी स्मॉग गन भी लगाई गई हैं। नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर वाहनों की आवाजाही बंद है। इसे करीब तीन बजे खोला जाएगा।

बता दें कि Twin Tower का निर्माण साल 2009 में शुरू हुआ था। इसमें 950 से ज्यादा फ्लैट्स बनाये जाने का प्रस्ताव था लेकिन फ्लैट्स खरीदने वाले कई खरीदारों ने आरोप लगाया कि कंपनी ने बिना किसी पूर्व सूचना के बिल्डिंग के नक्शे में कई बदलाव किये हैं। इसे लेकर इलाहाबाद कोर्ट में 2012 में याचिका दायर की गई। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 2014 में Twin Tower के निर्माण को अवैध घोषित करते हुए इसे गिराने के निर्देश दिये। सुपरटेक ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की, लेकिन बाद में SC ने भी Twin Tower को अवैध मानते हुए इसे गिराने का आदेश दे दिया।

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