मंदिर के रास्ते में कूड़े-कचरे का ढ़ेर, नगर निगम की खुल रही पोल, जिला प्रशासन भी नहीं सुन रहा

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। गया के अति व्यस्त जीबी रोड स्थित गौड़ीया मठ जाने वाले रास्ते में कूड़े कचरे का अंबार लगा रहता है। जिससे गोडीया मठ मंदिर में आने जाने वाले श्रद्धालुओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बताया जा रहा कि गौडीया मठ मंदिर लगभग 100 साल पुराना अवस्थित है। इसके बावजूद भी जिला प्रशासन एवं नगर निगम प्रशासन द्वारा साफ सफाई सहित अन्य सुविधा से वंचित है।

इस संबंध में गौड़ीया मठ मंदिर के पुजारी हरीश चंद्र दास ने बताया कि पहले की अपेक्षा मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में कमी आ गई है। वे बताते हैं कि मंदिर में आने वाले श्रद्धालु द्वारा कहा जाता है कि मंदिर के आने जाने वाले रास्ते में गंदगी रहने के कारण मंदिर में आने की इच्छा नहीं करती है। जिसके कारण मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या कम हो गई है।

उन्होंने कहा कि मंदिर के आसपास के रहने वाले लोगों से कई बार गुजारिश भी किया है कि मंदिर में आने जाने वाले रास्ते को साफ सुथरा रखें। परंतु इसका कोई लाभ नहीं मिला है। उन्होंने भी जिला प्रशासन एवं नगर निगम प्रशासन से मांग किया है कि मंदिर आने जाने वाले रास्ते को स्वच्छ और साफ-सफाई कराएं। जिससे मंदिर में आने जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी हो सके।

इस संबंध में गया नगर निगम के भावी डिप्टी मेयर प्रत्याशी रवि बरनवाल ने कहा कि 100 वर्ष पुराना प्राचीन मंदिर होने के बावजूद भी नगर निगम प्रशासन द्वारा साफ सफाई की मुकम्मल व्यवस्था नहीं की जाती है। उन्होंने नगर निगम पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जिस नगर निगम को साफ सफाई एवं अन्य सुविधा मुहैया कराकर गया के नागरिकों को सुविधा देने का दायित्व है। उन्होंने जिला प्रशासन सहित पुलिस प्रशासन से भी मांग किया है कि मंदिर के आसपास रहे नशा करने वाले लोगों को जमावड़ा समाप्त कराया जाए जिससे मंदिर में आने जाने वाले श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना ना करना पड़े।

गया से मनोज की रिपोर्ट

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