मुंगेर में जमालपुर अंचल के डकरानाला जलकर में मछली की शिकारमाही को लेकर बंदोवस्तधारी मत्स्यजीवी सहयोग समिति के पट्टेदार और जलकर जमीन मालिक नाथो यादव के बीच मछली की शिकारमाही को लेकर टकराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। जो किसी भी समय खूनी संघर्ष की घटना को अंजाम दे सकती है। एक तरफ जहां बंदोवस्तधारी पट्टेदार शनिचर बिंद सहित सहयोग समिति से जुड़े मत्स्य जीवी सहयोग समिती के सदस्य एसडीओ के आदेश का हवाला देकर जलकर में मछली का शिकार लगाने हेतु जाल लगाने पर आमादा हैं। वहीं खाता नंबर 55, खसरा नंबर 9 और 1546 के जलकर को निजी बताते हुए नाथो यादव कहते हैं यह जलकर की जमीन उनकी पत्नी सुशीला देवी के नाम से निबंधित है। जो इन्द्ररुख मौजा का इमनाबाद जलकर है। पट्टेदार को जिस जलकर की बंदोवस्त मत्स्य विभाग द्वारा की गई है वह हेरूदियारा मौजा का डकरानाला जलकर है। जिसका थाना नंबर 419, खाता नंबर 142 खेसरा नंबर 543, 10, 1933, 3349, 1549, 1558, 1774 और 2110 जिसक रकवा 73.9 एकड़ है।
मंगलवार को पट्टेदार जब डकरानाला जलकर पर मछली के शिकारमाही के लिए जाल लगाने गए तो जमीन मालिक ने निजी जमीन पर जाल नहीं लगाने देने की बात कहते हुए मछली के शिकारमाही पर रोक लगा दिया। इसके बाद पट्टेदार सदर एसडीओ को इसकी सूचना देने पहुंचे। पट्टेदारों का आरोप है कि सफियासराय थाना की पुलिस भी जमीन मालिक के मेल में आकर उन लोगों को मछली की शिकारमाही से रोक रही है।
पटटेदार शनिचर बिंद ने बताया कि डकरानाला जलकर में हमेशा हो रहे विवाद को देखते हुए सदर अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा नया आदेश पारित किया गया है। जिसमें बंदोवस्त किए गए जलकर के सीमा क्षेत्र के अतिरिक्त फैले पानी से अलग हुए रैयती जमीन में एकत्रित मछलियों की शिकारमाही का अधिकार बंदोवस्तधारी पटटेदार को दिया है। उन लोगों ने बंदोवस्ती की राशि भी मत्स्य कार्यालय में जमा कर दी है। बावजूद निजी जमीन की बात कहकर दबंग द्वारा मत्स्य जीवी सहयोग समिती के सदस्य को मछली की शिकारमाही से रोका जा रहा है। बंदोवस्तधारी पट्टेदारों ने अनुमंडल पदाधिकारी से न्याय की गुहार लगाई है।