NEWSPR डेस्क। जनता दल यूनाइटेड के जिला मुख्य प्रवक्ता विजय विकास ने कल मणिपुर में हुए हुए राजनीतिक घटना क्रम को लोकतंत्र के लिए खतरा बताया है। मणिपुर में भाजपा वालों ने जदयू के पांच विधायकों को साम, दाम ,दंड ,भेद की नीति अपना कर भारतीय जनता पार्टी में विलय करवा लिया।
विजय विकास ने कहा की पिछले दिनों जब भाजपा के दो तड़ीपार नेता अमित शाह और उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पटना आए थे तब भी बिहार में राजनीतिक तख्तापलट के नियत से आए थे और भेदिया, गद्दार रामचंद्र प्रसाद सिंह को महाराष्ट्र के तर्ज पर दूसरा एकनाथ शिंदे बनाने के कवायद में थे। परंतु राजनीति के चाणक्य और सोशल इंजीनियरिंग के मास्टर माइंड नीतीश कुमार को इसकी भनक लग गई और ऐन वक्त पर उन्होंने इस्तीफा देकर ना सिर्फ दल को टूटने से बचाया बल्कि महागठबंधन के साथ सरकार बनाकर बिहार को मध्यावधि चुनाव में झोंकने से बचाया।
ज्ञातव्य हो की पटना में हुए भाजपा के राजनैतिक सम्मेलन में उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा नें कहा था की भारत से क्षेत्रीय राजनैतिक दलों का सफाया कर देंगे। हालांकि अमित शाह और जेपी नड्डा के कुटिल और घातक षड्यंत्र को बिहार में यशस्वी मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने धाराशाई कर दिया लेकिन भाजपा अपने कुकर्त्यों से बाज नहीं आया और मणिपुर के जदयू विधायकों को खरीद परोखत कर बिहार में सता की मलाई खाने से वंचित ही जाने के मलाल का बदला लिया।
उन्होंने कहा की नरेंद्र मोदी का चाल ,चरित्र और चित और चेहरा उजागर हो गया। सीमा पार के बजाए अब विभिन्न राज्यों में ही क्षत्रिय दलों पर सर्जिकल स्ट्राइक करना शुरुंकर दिया है, जो की नरेंद्र मोदी की नैतिकता का परिलीक्षित करता है। जब दीये की लौ ज्यादा धधकने लगे तब समझ जाना की उसके बुझने का समय आ रहा है, ठीक इसी तरह 2024 में नरेंद्र मोदी की सरकार जनता की बदलाव की तूफान में बुझ जायेगी।
शिवहर से नवीन पांडेय की रीपोर्ट