NEWSPR डेस्क। मुंगेर जिला मुख्यालय से लगभग 50 से 55 किलोमीटर दूर असरगंज स्थित मध्य विद्यालय खरवा के बच्चों को शिक्षा के अधिकार के तहत नहीं मिल पा रही है गुणवत्तापूर्ण शिक्षा। इस विद्यालय में 316 बच्चे पढ़ते है और 6 शिक्षक हैं। विद्यालय में 6 कमरे हैं जिसमें 2 कमरे काफी जर्जर हालत में हैं, जगह के अभाव में इस विद्यालय के 4 कमरों में कक्षा 5 से लेकर कक्षा 8 तक की पढ़ाई होती है, यहाँ पर एक कमरे में दो दो कक्षाएं चलती जिससे पढ़ने काफी कठनाई होती है।
इस विद्यालय के 4 में से 1 स्टोर रूम बना हुआ है, विद्यालय में कार्यालय भी नहीं है और न ही पीने के पानी की व्यवस्था है और न ही शौचालय है। विद्यालय में शौचालय नहीं रहने के कारण बच्चे शौच के लिए खेतों में जाते हैं जो जिले के सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान की पोल खोलता है और स्कूल की बच्चियां शौच के लिए अपने अपने घरों में जाती है।
इस विद्यालय में कुर्सी टेबल भी नहीं है, बच्चे फर्स पर बैठकर पढ़ते हैं और भोजन भी जमीन पर ही बैठकर करते हैं। विद्यालय का भवन काफी जर्जर है इसलिए खौफ के साए में पढ़ते हैं बच्चे। इस विद्यालय के प्राचार्य कि मानें तो ये कई बार शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों को विभिन्न माध्यमों से इन बातों की सूचना दे चुके हैं। बावजूद इसके अबतक कुछ भी नहीं हुआ है और उसपर से एक सोची समझी साजिश के तहत विद्यालय के प्राचार्य मुकेश कुमार तांती पर BEO के आदेश पर एक प्राथमिकी दर्ज करवा दी गई है।
मुंगेर से मो. इम्तियाज की रिपोर्ट