NEWSPR डेस्क। मुंगेर जिला मुख्यालय से लगभग 55 किलोमीटर दूर तारापुर प्रखंड स्थित अफजलनगर पंचायत में इनदिनों मनरेगा योजना के तहत बेलहरनी पोखर के जीर्णोद्धार का कार्य चल रहा है। जिसमें कार्यरत एजेंसी द्वारा मनरेगा के नियमों की खुले आम धज्जियां उड़ाई जा रही है। इस योजना में एक ओर मजदूरों को रोजगार नहीं मिल रहा तो वहीं दूसरी ओर मनरेगा के नियमों को ताख पे रखकर जेसीबी के माध्यम से कार्य को कराया जा रहा है।
वहीं योजना के अभिकर्ता पंचायत रोजगार सेवक कुम्भकर्णी नींद सो रहे है। बेलहरनी पोखर के जीर्णोद्धार कार्य को 891178 रुपये कि लागत से कराया जाना है जिसमे 4460 मानव दिवस कार्य होना है। इस योजना में श्रमिकों को रोजगार न देकर जेसीबी मशीन से कार्य कराए जा रहे हैं। जिसको लेकर पंचायत वासियों के चर्चा जोरों पर है। इतना ही नहीं इसका वीडियो भी बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है। इस कार्य मे कार्यकारी एजेंसी ग्राम पंचायत को बनाया गया है और इस संदर्भ में मनरेगा पी0ओ0 एवं अनुमंडल पदाधिकारी से पूछा गया तो उन्होंने खुले शब्दो में इसे नियम के विरुद्ध बताया।
इस मामले में SDO रंजीत कुमार ने मनरेगा PO को जांच कर वस्तुस्थिति से अवगत कराने को कहा है। साथ ही इस मामले दोषी पाए जाने वाले लोगों पर शख्त कार्यवाई करने का निर्देश भी दिया है। इसी पंचायत में लगभग एक सप्ताह पूर्व नाला निर्माण में भी जे0सी0वी0 का उपयोग किया गया था। जो मौनसून कि पहली पुहार में बारिश के पानी के हल्के बहाव को झेल यही पाया और नाले का दीवार नीव से ही ढ़य गया।
मुंगेर से मो. इम्तियाज की रिपोर्ट