कैमूर- शनिवार को सिविल सर्जन कैमूर के सभागार में विश्व मलेरिया दिवस 25 अप्रैल 2024 के अवसर पर आम जनों को जागरूक करने हेतु डिटीएफ व इंटरसेक्टरल मीटिंग का आयोजन किया गया। मीटिंग में बताया गया कि मलेरिया कैसे फैलता है इससे बचाव के क्या-क्या उपाय है और आम जनों को कैसे जागरूक किया जाना है। मलेरिया मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से होने वाली बीमारी है। यह एक प्रकार का बुखार है। जिसमें प्रतिदिन या एक दिन का अंतर देकर या चौथे रोज बुखार आता है। मलेरिया बुखार किसी भी व्यक्ति महिला या बच्चे को हो सकता है तथा यह किसी भी उम्र में हो सकता है। मलेरिया बुखार के लक्षण कपकपी के साथ तेज बुखार है। जिसमें 103 डिग्री से लेकर के 105 डिग्री तक बुखार रहता है। कुछ घंटे के बाद पसीने के साथ बुखार उतर जाता है। दोबारा इन्हीं लक्षणों के साथ बुखार आता है। मलेरिया बुखार होने की स्थिति में पीड़ित व्यक्ति को नजदीकी सरकारी अस्पताल में जाकर खून की जांच करने एवं मलेरिया रोग निकलने पर डॉक्टर के सलाह से दवा की पूरी खुराक लेने की सलाह देनी चाहिए। सरकारी अस्पतालों में जांच एवं दवा निशुल्क उपलब्ध है।
बैठक में मलेरिया से बचाव के लिए सलाह दिया गया। जिसमें बताया गया कि पूरे बदन को ढकने वाले कपड़े पहने सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। घर के आस-पास बने जल जमाव वाले जगह को मिट्टी से भर दे। जल जमें स्थान पर पानी में मिट्टी का तेल या डीजल डालें। घर के आसपास बहने वाली नाली की बराबर सफाई करें। ताकि पानी का बहाव निरंतर बना रहे। बैठक में जिला स्तरीय एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी एवं कर्मचारियों ने भाग लिया।