मानव तस्करी रोधी इकाई क्षेत्रक मुख्यालय एस.एस.बी टीम ने नेपाली नाबालिग लड़की को तस्करी होने से बचाया।

Patna Desk

 

मोतिहारी मानव तस्करी रोधी इकाई क्षेत्र मुख्यालय रक्सौल (एसएसबी) द्वारा आज एक नाबालिग नेपाली लड़की की तस्करी होने से रोक कर उसका जीवन बर्बाद होने से बचा लिया। एक मोहम्मद वारिस अली नामक व्यक्ति को तब पकड़ा जब वह नेपाल की नाबालिग लड़की अंजलि सिंह को पटना में झांसा दे कर कर ले जाने की कोशिश में था। मानव तस्करी रोधी इकाई टीम ने एक लड़के और एक लड़की को आटो से जाते देखा तो थोड़ा संदेह हुआ । संदेह के कारण जब उनको रोका गया तब पता चला कि ये युवक इस लड़की को बहुत दिनों से ले कर भागा हुआ था।

एनजीओ आफन्त नेपाल बीरगंज ने जब लड़की की काउंसिलिंग की गयी तब पता चला कि फेसबुक और एक दोस्त के माध्यम से व्यक्ति ने नेपाली नाबालिग लड़की से दोस्ती कर व्हाट्सएप पर बातचीत शुरू कर मात्र तीन महीने में लड़की को अपने साथ ले जाने के लिए तैयार कर लिया था।मोहम्मद वारिस अली की जान-पहचान की एक संदिग्ध लड़की का नाम भी उजागर हुआ जो नाबालिग लड़की को फंसाने के लिए सहायता कर रही थी

जब लड़की से पूछा गया कि उससे पहले कभी मिली थी तो उसने बताया की पहले मोबाइल से ही बातचीत होती थी।लड़के ने बातचीत करने के दौरान अपनी जान पहचान वाली महिला से भी बात कराया था, महिला ने मेरे से अच्छे से बातचीत की और उसने मुझे बताया कि ये बहुत अच्छा लड़का है, मै इससे लव मैरिज कर के बहुत खुश रहूंगी ।

जब लड़के से पूछताछ की गयी तो लड़के ने बताया कि मै इसे तीन चार दिन से ले कर घूम रहा था। शादी करने के बारे में कुछ सोचा नहीं था।

जब लड़की के घरवालों से बात की गयी तो उन्हे इस बात की कोई जानकारी नही थी की उनकी लड़की किसी लड़के के साथ पटना (भारत) जा रही है। लड़की के घरवालों ने अनुरोध किया कि उनकी लड़की को नही जाने दिया जाए। वे अपनी लड़की को लेने के लिए भारत- नेपाल सीमा पर आ रहे है। मोहम्मद वारिस अली पर प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए इनरवा प्रहरी चौकी बीरगंज नेपाल पुलिस को सौंप दिया गया।

इस रेस्क्यू ऑपरेशन में मानव तस्करी रोधी इकाई क्षेत्रक मुख्यालय बेतिया कार्यालय 47वी वाहिनी स.सी.ब. रक्सौल के इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा, उपनिरीक्षक नेहा सिंह, सहायक उपनिरीक्षक अनिल कुमार शर्मा, मुख्य आरक्षी अरविन्द द्विवेदी एन.जी.ओ. आफन्त नेपाल की दीर्घा थापा रही।

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