मुंगेर में एक महीना तक चलने वाला मलमास मेला का मलमास मेला का डीएम नवीन कुमार डीडीसी संजय कुमार के द्वारा संयुक्त रूप से फीता काटकर उद्घाटन किया आगाज। यह मेला मुंगेर जिला अंतर्गत हवेली खड़गपुर प्रखंड क्षेत्र के पहाड़ की तराई अवस्थित ऋषिकुंड मे शुरु हो गया है जो कि 16 अगस्त को मेला का समापन होगा।मलमास मेला में आने वाले श्रद्धालुओं के जिला प्रशासन के द्वारा कुंड परिसर में जल जीवन हरियाली सहित अन्य कई तरह की टीम को दर्शाया गया है।वही मलमास मेला को लेकर प्रशासनिक स्तर पर भी सुरक्षा की व्यापक इंतजाम की गई है इस दौरान मेला परिसर में दूरदराज से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए चिकित्सा व्यवस्था के साथ-साथ बिजली व्यवस्था लाइटिंग के साथ-साथ नियंत्रण कक्ष भी बनाया गया है। इसके अलावा स्थानीय स्वयंसेवक के अलावा पुलिस वालों की भी तैनाती की गई है। वही मेला में दुकानदार के द्वारा भी अपनी अपनी दुकान को सजाने में लग गए हैं। एसी मान्यता है की ऋषि कुंड में पहले विभांडक ऋषि मुनि के द्वारा ध्यान साधना किया गया था और उनके पुत्र श्रृंगी ऋषि को राजा दशरथ ने आशीर्वाद देने के लिए अयोध्या अपने पुत्री शांता को आशीर्वाद देने के लिए लेकर गया था। जिसके बाद श्रृंगी ऋषि के आशीर्वाद से ही राजा दशरथ के चार पुत्र राम लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न हुआ था। ऋषि कुंड में वर्षों भर गर्म पानी रहता है और यहां 12 कुंड है। 12 कुंड में 12 तरह का गर्म पानी रहता है जो कि स्वास्थ्य के लिए काफी ज्यादा फायदा कारक है। ऋषि कुंड का पानी कैंसर के साथ-साथ चर्म रोग सहित अन्य कई तरह के लिए काफी फायदेमंद है। मलमास मेला के दौरान ऋषि कुंड में बिहार के कई जिला से श्रद्धालु रोजाना यह स्नान करने के लिए आते हैं